Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jul, 2017 04:47 PM
कश्मीर में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकियों के कायराना हमले के मामले में अकाली दल की चुप्पी पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता निमिषा मेहता ने कहा कि चुनाव के समय अकाली दल सैकुलर होने का ढोंग रचता है लेकिन जब भी ङ्क्षहदू श्रद्धालुओं पर...
जालन्धर(स.ह.): कश्मीर में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकियों के कायराना हमले के मामले में अकाली दल की चुप्पी पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता निमिषा मेहता ने कहा कि चुनाव के समय अकाली दल सैकुलर होने का ढोंग रचता है लेकिन जब भी ङ्क्षहदू श्रद्धालुओं पर कोई संकट आता है तो अकाली दल की जुबान बंद हो जाती है।
2013 के दौरान आई हिमालय सुनामी के दौरान भी पंजाब सरकार ने उत्तराखंड में पंजाब के श्रद्धालुओं की खैर-खबर लेने के लिए कोई बस नहीं भेजी थी और अब भी पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल और केंद्र में मंत्री उनकी पत्नी हरसिमरत कौर बादल ने हिंदू श्रद्धालुओं की मौत पर एक शब्द नहीं बोला। निमिषा ने इस मामले पर जम्मू-कश्मीर की भाजपा-पी.डी.पी. सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया और कहा कि यदि सरकार ने कायदे से सुरक्षा प्रबंध किए होते तो श्रद्धालुओं की जान बचाई जा सकती थी।
एच.एस. फूलका द्वारा नेता विपक्ष के पद से दिए गए इस्तीफे पर बोलते हुए निमिषा ने कहा कि फूलका 84 के दंगा पीड़ितों के केस लडऩे को सिर्फ आधार ही बना रहे हैं जबकि असलियत यह है कि वह वकालत से मोटी कमाई कर रहे हैं और पंजाब में नेता विपक्ष रहते हुए यह कमाई हाथ से निकली जा रही थी। फूलका कहने को ही आम आदमी हैं। मैंने खुद उन्हें दिल्ली में कई बार 7 स्टार होटल में देखा है। वह दिल्ली में ऐशो-आराम की जिंदगी जीते हैं। निगम चुनाव में देरी पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसी भी समय चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है और विपक्ष इन चुनावों में भी औंधे मुंह गिरेगा क्योंकि पिछले 10 साल में जनता विपक्ष की असलियत जान चुकी है और अकाली दल व भाजपा को निगम चुनाव में विधानसभा चुनाव से भी बड़ी हार देखनी पड़ेगी।