Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 09:11 AM
पंजाब की लोकसभा सीटों के विश्लेषण की सीरिज में आज हम बात करेंगे फिरोजपुर की लोकसभा सीट की।
फिरोजपुरः पंजाब की लोकसभा सीटों के विश्लेषण की सीरिज में आज हम बात करेंगे फिरोजपुर की लोकसभा सीट की। अकाली प्रभाव वाली इस सीट पर पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान अकाली दल के उम्मीदवार शेर सिंह घुबाया ने कांग्रेस के उम्मीदवार सुनील जाखड़ को 31,420 वोटों के अंतर से हराया था। पंजाब केसरी के संवाददाता नरेश कुमार बता रहे हैं कि इस सीट पर बदले सियासी हालातों के बीच दोनों पाॢटयों को अपने उम्मीदवार बदलने पड़ सकते हैं।
इस सीट से मौजूदा सांसद शेर सिंह घुबाया का अपनी पार्टी के साथ छत्तीस का आंकड़ा चल रहा है और उनके बेटे दविंद्र सिंह घुबाया ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है जिन्होंने फाजिल्का विधानसभा सीट पर भाजपा के उम्मीदवार सुनील कुमार जियानी को पराजित भी
कर दिया।
लिहाजा अकाली दल को इस सीट पर आगामी चुनाव में अपना चेहरा बदलना पड़ सकता है। कांग्रेस की तरफ से इस सीट से पिछला चुनाव हारे सुनील जाखड़ अब गुरदासपुर से सांसद
हो गए हैं लिहाजा कांग्रेस को भी यहां पर नया चेहरा ढूंढना पड़ेगा। यदि कांग्रेस जाखड़ को वापस नहीं लाती और उन्हें गुरदासपुर से ही चुनाव लड़वाया जाता है तो यहां लोगों के सामने दोनों प्रमुख पाॢटयों के चेहरे नए होंगे।
विधानसभा चुनाव में बिगड़ी अकाली दल की स्थिति
हालांकि मालवा में आम आदमी पार्टी की लहर के बावजूद अकाली दल ने पिछले चुनाव के दौरान इस सीट पर कब्जा कर लिया था लेकिन 2017 आते-आते पार्टी की पकड़ इस सीट के अधीन आती विधानसभा सीटों पर कमजोर हुई है। अकाली दल ने 2014 में फिरोजपुर लोकसभा हलके की फिरोजपुर ग्रामीण, गुरु हरसहाय, जलालाबाद, मुक्तसर व फाजिल्का विधानसभा सीटों पर बढ़त बनाई थी जबकि कांग्रेस फिरोजपुर शहरी, अबोहर, बल्लुआना व मलोट सीटों पर आगे रही थी, लेकिन 2017 के चुनाव में अकाली दल की लीड जलालाबाद, अबोहर व मुक्तसर सीटों तक सीमित रह गई जबकि हलके की 6 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया।
इस बीच आम आदमी पार्टी की स्थिति भी इस सीट पर मजबूत हुई है। आम आदमी पार्टी को 2014 के चुनाव में इस सीट के तहत आती विधानसभा सीटों पर 1,13,412 वोट हासिल हुए थे जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को फिरोजपुर लोकसभा हलके की 9 विधानसभा सीटों पर 2,43,886 वोट हासिल हुए हैं और ‘आप’ की वोटों में 1,30,474 वोटों का इजाफा हुआ है जबकि अकाली दल 2014 में हासिल हुई 4,87,932, वोटों के मुकाबले विधानसभा चुनाव में 4,53,154 वोट ही हासिल कर सका और उसे 34,778 वोटों का नुक्सान हुआ। वोटों की संख्या के लिहाज से कांग्रेस को भी फायदा हुआ है। कांग्रेस को 2014 में हासिल हुई 4,56,512 वोटों के मुकाबले 2017 में 4,75,629 वोट हासिल हुए और कांग्रेस की वोटों में 19,117 वोटों की वृद्धि हुई है।
संंसद में शेर
सिंह घुबाया
हाजिरी 67'
बहस में हिस्सा 47'
सवाल पूछे 123'
ऐसे रही घुबाया की संसद में हाजिरी
पहला सत्र 100'
दूसरा सत्र 78'
तीसरा सत्र 68'
चौथा सत्र 80'
पांचवां सत्र 65'
छठा सत्र 70'
सातवां सत्र 44'
आठवां सत्र 54'
नौवां सत्र 85'
दसवां सत्र 48'
ग्यारहवां सत्र 48'
बारहवां सत्र 68'
तेरहवां सत्र 67'
कांग्रेस के वोट अकाली-भाजपा के वोट आप के वोट
विधानसभा सीट 2014 2017 2014 2017 2014 2017
फिरोजपुर शहर 54605 67559 40050 37972 15557 16202
फिरोजपुर (ग्रामीण) 49916 71037 57818 49657 18863 32011
गुरुहरसहाय 43849 62787 53277 56991 12594 14282
जलालाबाद 49060 31539 81948 75271 12644 56771
फाजिल्का 50966 39276 61013 39011 2118 16404
अबोहर 46357 51812 40695 55091 10989 13888
बलुआना 54210 65607 48446 50158 7575 22464
मलौट 55530 49098 47694 44109 12048 38663
मुक्तसर 51908 36914 56796 44894 16133 33201
फंड का ब्यौरा
जारी फंड 17.50 करोड़
ब्याज सहित फंड 18.29 करोड़
खर्च फंड 13.42 करोड़
बचा फंड 4.87 करोड़
कुल फंड खर्च 76.70'