Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jan, 2018 10:12 AM
पंजाब की लोकसभा सीटों के विश्लेषण की इस सीरीज में आज हम बात करेंगे पंथक सीट खडूर साहिब लोकसभा सीट की।
खडूर साहिबः पंजाब की लोकसभा सीटों के विश्लेषण की इस सीरीज में आज हम बात करेंगे पंथक सीट खडूर साहिब लोकसभा सीट की। यह हलका ऐतिहासिक रूप से अकाली दल का गढ़ रहा है लेकिन इस सीट पर पिछले 3 सालों में आम आदमी पार्टी का प्रभाव लगातार बढ़ा है। पंजाब केसरी के संवाददाता नरेश अरोड़ा बता रहे हैं कि अकाली दल को इस सीट की रणनीति तैयार करते वक्त न सिर्फ अपने मौजूदा सांसद रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा की सक्रियता बढ़ानी होगी बल्कि उसे इस सीट पर आम आदमी पार्टी के बढ़ते प्रभाव की काट के लिए भी रणनीति बनानी होगी। गुरदासपुर लोकसभा सीट को छोड़ दिया जाए तो खडूर साहिब पंजाब की ऐसी लोकसभा सीट है जिसके लिए सबसे कम एम.पी. लैड फंड जारी हुआ है। इससे अकाली दल की सिरदर्दी बढ़ सकती है।
इस सीट का पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों के लिहाज से विश्लेषण किया जाए तो कांग्रेस स्पष्ट रूप से अकाली दल के मुकाबले आगे नजर आ रही है। विधानसभा चुनाव के दौरान ऐसा पहली बार हुआ है कि इस पंथक हलके से अकाली दल का कोई भी उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत सका। अकाली दल की इस हार में आम आदमी पार्टी की बड़ी भूमिका रही। इस लोकसभा सीट के तहत आती जंडियाला, तरनतारन, पट्टी, बाबा बकाला, सुल्तानपुर लोधी, जीरा और खडूर साहिब सीटों पर आम आदमी पार्टी द्वारा हासिल किए गए वोट कांग्रेस की अकाली दल के उम्मीदवारों पर हुई जीत के अंतर से ज्यादा रहे। मतलब साफ है अकाली दल के इस गढ़ में पंथक वोटों का झुकाव आम आदमी पार्टी की तरफ हो गया जिस कारण अकाली दल को इसका नुक्सान हुआ। 2014 में आम आदमी पार्टी को मिले वोट और 2017 में पार्टी के वोटों में हुई वृद्धि से भी इसके साफ संकेत मिलते हैं। आम आदमी पार्टी को खडूर साहिब लोकसभा की सीट पर 2014 में 1,44,521 वोट हासिल हुए जबकि 2017 में हुए चुनाव दौरान उसके वोट बढ़कर 2,25,868 हो गए। यानि कि आम आदमी पार्टी को इस लोकसभा हलके में 81,347 वोटों का फायदा हुआ जबकि दूसरी तरफ अकाली दल के वोट इस लोकसभा हलके में कम हो गए। अकाली दल को 2014 में इस सीट पर 4,67,332 वोट हासिल हुए थे जबकि 2017 में इस सीट अधीन आती विधानसभा सीटों पर ये कम होकर 3,93,193 वोट रह गए। अकाली दल को 74,139 वोटों का नुक्सान हुआ। दूसरी तरफ कांग्रेस के वोट इस सीट पर बढ़ गए और उसे 2014 में हासिल हुए 3,66,763 वोटों के मुकाबले 2017 में 5,38,101 वोट हासिल हुए और उसे 1,71,338 वोटों का फायदा हुआ।
खडूर साहिब में सबसे कम फंड
हालांकि अकाली दल के बुजुर्ग सांसद ब्रह्मपुरा की संसद में हाजिरी संतोषजनक है लेकिन सरकार की वैबसाइट के मुताबिक खडूर साहिब हलके के लिए 10 नवम्बर, 2016 के बाद कोई फंड जारी नहीं हुआ है।
एम.पी. लैड फंड का ब्यौरा देने वाली वैबसाइट पर इसका कारण यूटीलाइजेशन सर्टीफिकेट न मुहैया करवाना लिखा गया है। हालांकि पंजाब के कई सांसदों को साढ़े 17 करोड़ रुपए का फंड जारी हो चुका है लेकिन खडूर साहिब के लिए सिर्फ साढ़े 12 करोड़ रुपए ही मिले हैं। इन साढ़े 12 करोड़ में से 9.79 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं जबकि ब्याज मिलाकर 4.17 करोड़ रुपए अभी भी बाकी हैं। इस हलके में कुल जारी फंड का 78.31 प्रतिशत खर्च हुआ है।
कांग्रेस के वोट अकाली-भाजपा के वोट आप के वोट
विधानसभा सीट 2014 2017 2014 2017 2014 2017
जंडियाला 38617 53042 44914 34620 19756 33912
तरनतारन 43591 59794 49913 45165 13604 22950
खेमकरण 54468 81897 65157 62295 4825 6568
पट्टी 47630 64617 62326 56254 9277 18489
बाबा बकाला 36553 45965 43008 39378 20896 38265
कपूरथला 34279 56378 36155 27561 19308 18076
सुल्तानपुर लोधी 27828 41843 38455 33681 24388 28017
जीरा 48257 69899 53928 46628 20087 30947
खडूर साहिब 35519 64666 73382 47611 12300 28644
संसद में ब्रह्मपुरा
हाजिरी 69'
बहस में हिस्सा 6'
सवाल पूछे 30'
संसद में ऐसे रही ब्रह्मपुरा की हाजिरी
पहला सत्र 100'
दूसरा सत्र 59'
तीसरा सत्र 68'
चौथा सत्र 97'
पांचवां सत्र 82'
छठा सत्र 30'
सातवां सत्र 38'
आठवां सत्र 62'
नौवां सत्र 100'
दसवां सत्र 62'
ग्यारहवां सत्र 52'
बारहवां सत्र 84'
तेरहवां सत्र 67'
स्रोत : पीआरएस इंडिया.ओआरजी
फंड का ब्यौरा
जारी फंड 12.50 करोड़
ब्याज सहित 13.96 करोड़
खर्च फंड 9.79 करोड़
बचा फंड 4.17 करोड़
कुल इस्तेमाल फंड 78.31'