Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Jan, 2018 12:54 PM
पंजाब में किसानों का कर्ज माफ करने के मामले संबंधित शुक्रवार को अकाली-भाजपा गठबंधन का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल वी. पी. सिंह बदनौर से मिला जिसका नेतृत्व अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने किया।
चंडीगढ़: (पराशर): अकाली-भाजपा के संयुक्त शिष्टमंडल ने पंजाब के राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर से कहा कि वह कांग्रेस सरकार को 90,000 करोड़ रुपए की व्यापक कर्जा माफी स्कीम सभी किसानों पर लागू करने और खेत मजदूरों व दलित भाईचारे के कर्जे माफ करने के निर्देश दें।
शिष्टमंडल ने यह निवेदन भी किया कि वह राज्य सरकार को अकाली-भाजपा तथा मौजूदा सरकार के कार्यकाल के दौरान हुई सभी बेअदबी केसों की जांच सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से करवाने को कहें। सन्नौर के कांग्रेसी नेता हरिंद्र पाल सिंह मान के विरुद्ध कांग्रेसी वर्करों को अकाली कार्यकत्र्ताओं के कत्ल के लिए उकसाने हेतु आपराधिक मामला दर्ज करने को भी कहें।
अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विजय सांपला के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने राज्यपाल को बताया कि किस प्रकार कांग्रेस सरकार ने अपना मुकम्मल कर्जा माफी का वायदा पूरा करने को लेकर किसानों से झूठ बोला और उनसे विश्वासघात किया। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने वायदा किया था कि किसानों द्वारा बैंकों एवं आढ़तियों से लिए गए सभी कर्जे माफ कर दिए जाएंगे। शिष्टमंडल ने इसकी वीडियो रिकॉर्डिग भी राज्यपाल को सौंपी।
अकाली दल के सांसदों सुखदेव सिंह ढींडसा और प्रेम सिंह चंदूमाजरा सहित शिष्टमंडल के सदस्यों ने कहा कि मौजूदा कर्जा माफी स्कीम त्रुटिपूर्ण होने के कारण किसान खुदकुशियां कर रहे हैं और इसका आंकड़ा 350 को छू चुका है।
शिष्टमंडल के मैंबरों में चरणजीत सिंह अटवाल, तोता सिंह, अजीत सिंह कोहाड़, सेवा सिंह सेखवां, डा. उपिंद्रजीत कौर, गुलजार सिंह रणीके, जनमेजा सिंह सेखों, बिक्रम सिंह मजीठिया, डा. दलजीत सिंह चीमा, हरि सिंह जीरा, शरणजीत सिंह ढिल्लों, सुरजीत सिंह रखड़ा, अविनाश खन्ना, मदन मोहन मित्तल, मनोरंजन कालिया, अश्वनी शर्मा, कमल शर्मा, हरजीत सिंह ग्रेवाल, दिनेश शर्मा, केवल कुमार, जीवन गुप्ता, विनीत जोशी और चरणजीत सिंह बराड़ शामिल थे।