Edited By Updated: 08 Dec, 2016 01:00 PM
रुपनगर परंपरागत रूप से यह सीट अकाली दल के नाम रही है।
चंडीगढ़ः रुपनगर परंपरागत रूप से यह सीट अकाली दल के नाम रही है। जिस पर 3 बार अकाली दल का कब्जा जबकि 1 बार कांग्रेस का कब्जा रहा है। वर्ष 2012 से पहले यह सीट रूपनगर-आनंदपुर साहिब सीट थी। वर्ष 2012 में यह सीट अकेले रूपनगर विधानसभा हलका बन गई। जबकि श्री आनंदपुर साहिब हलका नई सीट का गठन किया गया।
विधायक का दावा
मौजूदा प्रदेश सरकार के शासन में 180 करोड़ रुपए का बाईपास बनकर तैयार हुआ है। इस क्रम में रूपनगर सरङ्क्षहद नहर पर नया पुल बन तैयार हुआ है। एन.सी.सी. अकादमी का निर्माण किया गया। इसके अलावा शहर में 58 करोड़ रुपए की लागत से सीवरेज डाला गया। शहर में बिजली की तारें व ट्रांसफार्मर साढ़े 6 करोड़ रुपए की लागत बदले गए हैं। सिविल अस्पताल रूपनगर की मुरम्मत के कार्य पर साढ़े 6 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इसके अलावा शहर में एक वाटर ट्रीटमैंट प्लांट लगाया गया है।
क्षेत्र के लोगों ने ऐसे जताई प्रतिक्रिया
सतलुज दरिया के किनारे पिंकाशिया बनाया जाए: एडवोकेट हरमोहन
इस संबंधी एडवोकेट हरमोहन सिंह पाल ने कहा कि सतलुज दरिया के किनारे पिंकाशिया (बोट क्लब) को तोड़े जाने के बाद वहां इसी तर्ज पर कोई पर्यटन स्थल न बनाए जाने से शहरवासियों में भारी निराशा है, जबकि इससे सरकारी राजस्व को भारी नुक्सान हो रहा है।
ट्रैफिक की समस्या को दूर किया जाए : कर्ण कुमार
इस संबंधी कर्ण कुमार एरी ने कहा कि मौजूदा प्रदेश सरकार के कार्यकाल में विकास कार्यों को प्राथमिकता मिली है। कैंसर पीड़ित लोगों के लिए बीमा योजना व अस्पतालों में नि:शुल्क दवाइयों का प्रावधान करके लोगों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का निराकरण किया गया है। शहर में बस स्टैंड, नया प्लेटफार्म व ट्रैफिक समस्या को दूर किया जाए।
इंप्रूवमैंट ट्रस्ट द्वारा बनाई गई सड़क से मिट्टी हटाई जाए: भारत भूषण शर्मा
इस संबंधी गोपाल गौशाला प्रधान भारत भूषण शर्मा ने कहा कि चीमा साहब एक बढिय़ा उम्मीदवार हैं, बहुत बढिय़ा कार्य किए हैं। इंप्रूवमैंट ट्रस्ट द्वारा बनाई गई सड़क जिसे ज्ञानी जैल सिंह नगर में तैयार किया गया है, वहां मिट्टी की समस्या को दूर किया जाए।
बारिश के पानी की निकासी का प्रबंध किया जाए: अश्विनी
इस संबंधी अश्विनी शर्मा ने कहा कि विकास कार्य बहुत हुए हैं। बारिश के पानी के निकास का रूपनगर में कोई प्रबंध नहीं है। जब भी तेज वर्षा आती है तो शहर के अधिकतर क्षेत्र में पानी ओवर फ्लो हो जाता है, जबकि इसके बारे में नगर कौंसिल की तरफ से भी कोई प्रयास नहीं किए गए।
मुख्य मुद्दे
यहां पर एक भी उद्योग स्थापित नहीं हो पाया है। जिससे रोजगार के साधन नहीं हैं। इस कारण काफी संख्या में नौजवान बेरोजगार हैं। बस स्टैंड न होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों से गुडरना पड़ रहा है। साढ़े 4 लाख गेलन लागत से टंकी बनकर तैयार हो चुकी है लेकिन पानी की सप्लाई अभी तक शुरू नहीं हो पाई।