Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Nov, 2017 09:28 AM
दिल्ली पर पड़ी स्मॉग की मार को लेकर आरोपों से घिरे पंजाब व हरियाणा को बड़ी राहत मिली है। पहले यह कहा जा रहा था कि पंजाब व हरियाणा के खेतों में जलाई गई पराली की वजह से दिल्ली में कोहरे की मार पड़ी है। दिल्ली जिस तरह से प्रदूषण चैंबर बन गया है,
जालंधर(रविंदर शर्मा): दिल्ली पर पड़ी स्मॉग की मार को लेकर आरोपों से घिरे पंजाब व हरियाणा को बड़ी राहत मिली है। पहले यह कहा जा रहा था कि पंजाब व हरियाणा के खेतों में जलाई गई पराली की वजह से दिल्ली में कोहरे की मार पड़ी है। दिल्ली जिस तरह से प्रदूषण चैंबर बन गया है, उसके पीछे पंजाब व हरियाणा को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा था। यहां तक कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह के बीच प्रदूषण को लेकर ट्विटर वार भी छिड़ चुकी है। मगर प्रदूषण को लेकर नई हकीकत सामने आई।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दिल्ली में स्मॉग की नौबत पंजाब और हरियाणा की वजह से नहीं, बल्कि कुवैत, ईरान और साऊदी अरब से आई डस्ट के कारण बनी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार नासा ने जारी की डस्ट की तस्वीर में यह बात स्पष्ट हो रही। अक्तूबर से नवम्बर के बीच हर साल वातावरण की ऊपरी सतह पर हवा का तेज बहाव होता है, जो मिडिल ईस्ट से भारत और पाकिस्तान की ओर आता है। यही वजह है कि मिडिल ईस्ट से आने वाली धूल भरी हवा पाकिस्तान के वातावरण में ठंडी होकर पानी के कणों को सोख कर कोहरे में तबदील हो जाती है और पंजाब में पराली जलाने से निकलने वाला धुआं भी इसमें मिश्रित हो जाता है। यहीं से हवा में भारीपन बढ़ता है और यह दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में फैल जाती है। रात में तापमान गिरते ही हवा में नमी बढ़ती है।
गाडिय़ों के साथ मिलकर शहर में फैलता है। नासा की तस्वीर में धुंध का फैलाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। यह प्रदूषित हवा तापमान बढऩे के साथ हल्की होती जाती है और धुंध कम हो जाती है। इस साल दिल्ली में प्रदूषण का स्तर चरम पर है। इस मामले में दिल्ली चीन की राजधानी बीजिंग को भी पीछे छोड़ चुका है। डाक्टरों ने हाल ही में दिल्ली की स्थिति को मैडीकल एमरजैंसी बताया है। नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल भी प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए दिल्ली सरकार को फटकार लगा चुकी है। जहरीली हवा से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार एक बार फिर से ऑड- ईवन फार्मूला लेकर आई है।