Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 02:08 PM
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की लोक विरोधी प्राप्तियां आए दिन मीडिया की सुर्खियां बनती रहती हैं। विद्यार्थियों की एक वर्ष की पढ़ाई का आधा सैशन बीत चुका है, लेकिन पहली से पांचवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को जरूरी विषय गणित, अंग्रेजी व पंजाबी..........
निहाल सिंह वाला/बिलासपुर (बावा/जगसीर): पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की लोक विरोधी प्राप्तियां आए दिन मीडिया की सुर्खियां बनती रहती हैं। विद्यार्थियों की एक वर्ष की पढ़ाई का आधा सैशन बीत चुका है, लेकिन पहली से पांचवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को जरूरी विषय गणित, अंग्रेजी व पंजाबी, छठी कक्षा के विद्यार्थियों को गणित, साइंस, हिंदी, सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों को गणित, साइंस, सामाजिक शिक्षा, आठवीं के विद्यार्थियों को गणित, साइंस, स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा, नौवीं के विद्यार्थियों को साइंस व पंजाबी, दसवीं की विज्ञान, स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा, 11 वीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को कम्प्यूटर की किताबें अभी तक प्राप्त नहीं हुई हैं।
दूसरी तरफ डी.टी.एफ. ब्लॉक निहाल सिंह वाला ने गंभीर नोटिस लेते हुए संघर्ष तेज करने की चेतावनी दी है। अध्यक्ष शिंगारा सिंह सैदोके, सचिव अमनदीप सिंह, जिला कमेटी सदस्य गुरमीत सिंह ने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों को कैप्टन सरकार दो कदम आगे बढ़ाते हुए और बढ़ावा दे रही है। वार्षिक घटिया नतीजों के लिए अध्यापकों को जिम्मेदार ठहराया जाता है तथा विभागीय कार्रवाई करने के नादिरशाही फरमान जारी किए जाते हैं। नेताओं ने कहा कि अगर सरकार ने जल्द स्कूलों में बच्चों को किताबें न भेजीं तो जत्थेबंदी संघर्ष तेज करने के लिए मजबूर होगी।