Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Dec, 2017 07:50 AM
तो शहर श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की चरण स्पर्श भूमि है। आज शहर तरक्की करने की बजाय पीछे की ओर जा रहा है। इतिहास गवाह है कि हलका कोटकपूरा और जैतो को हमेशा ही पंजाब में राज कर रही राजनीतिक पार्टी के उलट ही विधायक मिला है, जिसके चलते जैतो की तरक्की नहीं...
जैतो (जिन्दल): जैतो शहर श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की चरण स्पर्श भूमि है। आज शहर तरक्की करने की बजाय पीछे की ओर जा रहा है। इतिहास गवाह है कि हलका कोटकपूरा और जैतो को हमेशा ही पंजाब में राज कर रही राजनीतिक पार्टी के उलट ही विधायक मिला है, जिसके चलते जैतो की तरक्की नहीं हो पाई। जैतो की काफी आबादी रेलवे लाइनों के पार अलग-अलग बस्तियों जैसे हरदयाल नगर, डा. अम्बेदकर नगर, परसराम नगर, श्री मुक्तसर साहिब रोड आबादी, चैना रोड आबादी और पीरखाना बस्ती में रह रही है।
इनमें सबसे ज्यादा खराब हालत पीरखाना बस्ती की है जो आज आजादी के 7 दशक बीत जाने के बाद भी मूलभूत सुविधाओं को तरस रही है। पीरखाना बस्ती का नाम इसमें बने हुए प्रसिद्ध मंदिर श्री अग्रवाल पीरखाना मंदिर के नाम पर पड़ा है। इस मंदिर के बाहर हमेशा गंदगी बिखरी रहती है और श्रद्धालुओं को मुंह पर रुमाल बांधकर मंदिर में प्रवेश करना पड़ता है।
गंदे पानी का छप्पड़ व गंदगी के ढेर बने मुसीबत
पीरखाना बस्ती में प्रवेश करते ही लोगों को सबसे पहले गंदगी और गंदे बदबूदार पानी से भरे हुए छप्पड़ के पास से गुजरना पड़ता है। कई तरह के जानवर और अलग-अलग प्रकार की बीमारियां फैलाने वाले मच्छर इस गंदे पानी पर जमा रहते हैं। प्रशासन ने इस छप्पड़ को साफ करवाने या इसको भरवाने के लिए शायद कभी सोचा भी नहीं।
पंचायती धर्मशाला में चल रहा आंगनबाड़ी सैंटर
पीरखाना बस्ती में पंचायती धर्मशाला बनी हुई है, जो काफी पुरानी है। इस धर्मशाला की दीवारें और छतें बिल्कुल बेकार हो चुकी हैं, यह किसी समय भी गिर सकती हैं। इस धर्मशाला में आंगनबाड़ी सैंटर चल रहा है। इसमें लाइट, शौचालय और पीने के लिए शुद्ध पानी का कोई प्रबंध नहीं है। म्यूनिसिपल कौंसलर की तरफ से भी इस बस्ती की सुध नहीं ली जा रही।
एक साल बीत जाने पर नहीं बिछी सीवरेज की पाइप
एक साल पहले नगर कौंसिल जैतो के कार्यसाधक अफसर गुरप्रीतइन्द्र सिंह ने कहा था कि जल्द ही गंदे पानी की निकासी के लिए इस बस्ती में सीवरेज की पाइप बिछा दी जाएगी परन्तु एक साल बीत जाने के बाद भी सीवरेज की पाइप नहीं बिछाई गई।
डी.सी. के निर्देश के बावजूद नहीं हुई समस्या हल
कुछ दिन पहले डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर और एस.डी.एम. जैतो ने इस बस्ती का दौरा किया था। बस्ती के लोगों की मुश्किलों को सुना था। उन्होंने नगर कौंसिल जैतो के कार्यसाधक अफसर गुरप्रीतइन्द्र सिंह को हुक्म दिया कि तुरंत इस बस्ती से गंदे पानी की निकासी और गंदगी को हटाने के लिए एस्टीमेट बनाकर भेजा जाए। पीरखाना बस्ती के निवासियों की तरफ से डिप्टी कमिश्नर को मांग पत्र भी दिया गया था परंतु अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।