Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Aug, 2017 01:47 AM
खाद्य एवं आपूॢत विभाग के मुल्लांपुर स्थित पनग्रेन अनाज गोदाम से गेहूं चोरी होने के मामले की गूंज मुल्लांपुर से...
लुधियाना(खुराना): खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के मुल्लांपुर स्थित पनग्रेन अनाज गोदाम से गेहूं चोरी होने के मामले की गूंज मुल्लांपुर से लेकर विभाग के चंडीगढ़ स्थित मुख्यालय तक सुनाई दे रही है।
इसी कड़ी के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए विभाग के आलाधिकारियों ने एक ए.एफ.एस.ओ. महिला कर्मी को भी निलंबित कर दिया है। इससे पहले की कार्रवाई के दौरान खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा मुल्लांपुर स्थित कार्यालय में तैनात 2 विभागीय इंस्पैक्टरों को नौकरी से सस्पैंड किया जा चुका है। विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा पुलिस को सौंपी गई शिकायत के बाद मामला भी दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि 8 अगस्त को मुल्लांपुर स्थित एक शैलर में चल रहे पनग्रेन अनाज गोदाम में होने वाले सरकारी गेहूं घोटाले संबंधी मिली सूचना के आधार पर जिलाधीश प्रदीप अग्रवाल के निर्देशों पर विभाग के कंट्रोलर राकेश भास्कर की टीम ने छापेमारी करके मौके पर गेहूं चोरी कर रहे 11 मजदूरों को काबू किया था, जिन पर स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इस सारे एपीसोड में विभाग ने 2 इंस्पैक्टरों मङ्क्षनद्र प्रताप सिंह व सुरिंद्रजीत सिंह को आरोपी पाए जाने पर कार्रवाई कर सस्पैंड कर मामला दर्ज करवाया है।
डिपो होल्डर भी कूदने लगे मामले में
सरकारी गेहूं की हेराफेरी संबंधी गर्माए मामले को लेकर कुछ डिपो होल्डरों ने कहा है कि असल में गोदाम से चोरी होने वाली गेहूं व गेहूं का वजन बढ़ाने के लिए बोरियों पर डाला जा रहा पानी कथित तौर पर इंस्पैक्टरों के मामले से जुड़े होने की ओर इशारा कर रहा है, जिस पर कार्रवाई करते हुए विभाग द्वारा ए.एफ.एस.ओ. को भी सस्पैंड कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि लेकिन कुछ सियासी लोग मामले को बेवजह तूल देने के लिए डर्टी पॉलीटिक्स का सहारा लेने की कोशिश में लगे हुए हैं, जोकि सरासर गलत है।