Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Aug, 2017 03:26 PM
राम रहीम मामले को लेकर राज्य के साथ-साथ जलालाबाद सब डिवीजन में भी कानून प्रबंधों को बनाए रखना पुलिस और प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती था ।
जलालाबाद (सेतिया): राम रहीम मामले को लेकर राज्य के साथ-साथ जलालाबाद सब डिवीजन में भी कानून प्रबंधों को बनाए रखना पुलिस और प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती था । इस चुनौती और पुलिस प्रशासन जिला सीनियर पुलिस कप्तान डा. केतन बलीराम पाटिल और डिप्टी कमिश्न ईशा कालिया की योग्य अगुवाई में सफलतापूर्वक करवाने में कामयाब हुई है।
उक्त विचार डी.एस.पी. अशोक शर्मा ने बुधवार को अपने दफ्तर में मीडिया के साथ बातचीत करते प्रकट किए। इस मौके उनके साथ थाना सिटी प्रभारी अभिनव चौहान, थाना सदर प्रेम कुमार के अलावा पी.टी.ए. समिति सरकारी स्कूल लड़के चेयरमैन नरिन्दर सिंह नन्नू कुक्कड़, उप चेयरमैन चंद्र प्रकाश कालडा और अन्य मौजूद थे।
डी.एस.पी. ने बताया कि 25 अगस्त को पंचकुला में सी.बी.आई. की विशेष अदालत द्वारा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ फैसला सुनाया जाना था और यह दिन पुलिस और प्रशासन के लिए बहुत बड़ी चुनौती भरा था कि किस तरह आम लोगों की जानी माली सुरक्षा को यकीनी बनाया जा सके परन्तु एस.पी.डी. मुखत्यार सिंह की अगुवाई में यहां के डेरा पैरोकारों और आम लोगों के सहयोग के साथ किसी भी गैर सामाजिक अनसर को माहौल को बिगाडऩे की इजाजत नहीं दी गई।
उन्होंने बताया कि इस फैसले के बाद जहां हरियाणा में अफरा-तफरी का माहौल बन गया वहीं पंजाब में कैप्टन अमरेंद्र सिंह मुख्यमंत्री पंजाब और डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा के निर्देशों पर सभी वर्ग के लोगों को शान्ति बनाए रखने में अहम योगदान दिया।
उन्होंने बताया कि 25 के बाद 28 अगस्त को सजा सुनाए जाने का दिन था और सरकारी निर्देशों अनुसार सबडिवीजन में कर्फ्यू लगाया गया तो कोई भी गैर सामाजिक अनसर किसी भी सरकारी या गैर सरकारी संपति या कोई जानी नुकसान न पहुंचा सके। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में मीडिया ने अपना सुचारू रोल अदा किया और लोग अफवाहों से भी बचे रहे हैं। इसके अलावा पैरामिलिट्री फोर्स और पंजाब पुलिस की तरफ से दिन रात ड्यूटी कर अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया गया।