Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 11:18 AM
आर.टी.ओ. कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और यहां काम करने वाले कुछ लालची किस्म के सरकारी कर्मचारियों और निजी कंपनी के स्टाफ की मिलीभगत से एजैंटों को मिलने वाली सुख-सुविधाओंपर अंकुश लगाने के लिए सैक्रेटरी आर.टी.ए. दरबारा सिंह के...
जालंधर(अमित): आर.टी.ओ. कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और यहां काम करने वाले कुछ लालची किस्म के सरकारी कर्मचारियों और निजी कंपनी के स्टाफ की मिलीभगत से एजैंटों को मिलने वाली सुख-सुविधाओंपर अंकुश लगाने के लिए सैक्रेटरी आर.टी.ए. दरबारा सिंह के निर्देशानुसार ए.टी.ए. बलबीर सिंह ने सोमवार को फुल एक्शन में आते हुए ट्रैक पर मौजूद सारे एजैंटों को बाहर का रास्ता दिखाने के आदेश जारी किए। इतना ही नहीं वे खुद निजी तौर पर ट्रैक में मौजूद एजैंटों व आवेदकों के साथ अनधिकृत तौर पर अंदर आए लोगों को बाहर निकालते हुए देखे गए। जग बाणी की तरफ से इस बात को बड़ी प्रमुखता से उठाया गया था कि कैसे ट्रैक पर आने वाले आवेदकों की गिनती इतनी नहीं है जितनी बड़ी गिनती में एजैंट यहां पर रोजाना घूमते देखे जा सकते हैं और अधिकारियों के ढीले और लापरवाह रवैये का ही नतीजा है कि अधिकतर एजैंट बिना किसी रोकटोक के ट्रैक पर अपना धंधा चलाते हुए देखे जा सकते हैं और कुछ एजैंट बिना किसी परेशानी के सरकारी रिकार्ड के साथ छेड़छाड़ करते और कम्प्यूटर सिस्टम पर काम करते देखे जा सकते हैं, जिसका कड़ा संज्ञान लेते हुए आर.टी.ए. ने उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया।
ट्रैक पर बैठकर फाइलें नहीं भर सकेंगे एजैंट
ट्रैक पर कभी स्कूटर/ मोटरसाइकिल पर बैठकर या फिर अंदर बने काऊंटरों पर खड़े होकर पैसे लेकर आम जनता के आवेदन फार्म भरते हुए देखे जाने वाले एजैंटों को सीधा बाहर का रास्ता दिखा दिया गया और ट्रैक पर तैनात सुरक्षा कर्मचारियों को सख्त हिदायतें जारी की गई हैं कि कोई भी एजैंट ट्रैक के अंदर न तो अपने स्कूटर या मोटरसाइकिल ही खड़े करेगा और न ही अंदर बैठकर आवेदकों के फार्म भरने का काम करेगा।
एजैंटों की पहचान के लिए सेवादार किए नियुक्त
दो सेवादार जिन्हें लगभग सारे एजैंटों की खूब पहचान है उनकी ड्यूटी नई बिल्डिंग के प्रवेश द्वार पर तैनात सुरक्षा कर्मचारी के साथ ड्यूटी लगाई गई है ताकि वे चुपके से अंदर प्रवेश करने वाले किसी भी एजैंट की पहचान कर उसको अंदर जाने से रोक सके।
केवल आवेदकों को ही मिलेगा प्रवेश
आर.टी.ए. के आदेशानुसार केवल आवेदकों को ही अपनी फाइलें लेकर अंदर प्रवेश करने की अनुमति प्रदान की जाएगी, जबकि पहले एजैंट अपने ग्राहकों को साथ लेकर अंदर जाते थे और अपनी सैटिंग के दम पर आऊट-आफ-टर्न अपने काम करवाकर चलते बनते थे। पासपोर्ट सेवा केन्द्रों की तर्ज पर केवल आवेदक ही अंदर जा सकेंगे। उनके साथ आने वाले अभिभावक व अन्यों को अंदर नहीं जाने दिया जाएगा।
मदद करने वाले कर्मचारियों की ख्रैर नहीं
ट्रैक पर एजैंटों को गल्त ढंग से प्रवेश दिलाने में मदद करने वाले निजी कंपनी के कर्मचारियों की खैर नहीं है, क्योंकि आर.टी.ए. ने हिदायतें जारी की हैं कि अगर कोई एजैंट किसी भी कर्मचारी के पास खड़ा हुआ देखा जाएगा, तो उक्त कर्मचारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा।
बाद दोपहर एजैंटों को नहीं मिलेगा वी.आई.पी. ट्रीटमैंट
हर रोज दोपहर को ट्रैक पर आम जनता के कामकाज का समय समाप्त होते ही एजैंटों के आने का सिलसिला पूरी तरह से खत्म होने वाला है, क्योंकि आर.टी.ए. ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि किसी भी हाल में एजैंटों को वी.आई.पी. ट्रीटमैंट देने वाला कल्चर नहीं चलेगा। इसलिए बाद दोपहर को दफ्तर में एजैंटों के प्रवेश पर भी पूर्ण पाबंदी लागू की गई है।
कुछ कर्मचारी हुए खुश, तो कुछ हुए दुखी
ट्रैक से एजैंटों को बाहर निकालने वाले आदेश से अधिकतर कर्मचारी इस बात को लेकर काफी खुश थे, कि अब वह आराम से अपना काम निपटा सकेंगे और उन्हें कोई एजैंट बिना मतलब परेशान नहीं कर सकेगा। वहीं कुछ कर्मचारी ऐसे भी हैं जो इस आदेश से दुखी हुए, क्योंकि उनको इस बात की चिंता सताने लगी है कि अब वह एजैंटों के काम कैसे करेंगे।