Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jan, 2018 09:49 AM
आज सुबह 8 बजकर 5 मिनट पर शहर के दशहरा मैदान के साथ लगते टैगोर पार्क में ट्रिनिटी स्कूल की बस में सवार 45 बच्चों की जान उस वक्त मुसीबत में पड़ गई जब बस स्टॉप पर बच्चों को चढ़ा रही उनकी बस से बगल से बेकाबू हुई एक दूसरी स्कूल की खाली बस आ भिड़ी। गनीमत...
होशियारपुर (अमरेन्द्र): आज सुबह 8 बजकर 5 मिनट पर शहर के दशहरा मैदान के साथ लगते टैगोर पार्क में ट्रिनिटी स्कूल की बस में सवार 45 बच्चों की जान उस वक्त मुसीबत में पड़ गई जब बस स्टॉप पर बच्चों को चढ़ा रही उनकी बस से बगल से बेकाबू हुई एक दूसरी स्कूल की खाली बस आ भिड़ी। गनीमत यह रही कि ट्रिनिटी स्कूल की बस में खिड़कियों पर सेफ्टी ग्रिल लगी थी जो बस में सवार 45 बच्चों के लिए जीवनरक्षक साबित हुई। सेफ्टी ग्रिल होने की वजह से किसी भी बच्चे को गंभीर चोटें तो नहीं आईं पर 2 खिड़कियों के कांच टूटने से 4 बच्चों को मामूली खरोंचे लग गई। हादसे के दौरान बच्चों की चीख-पुकार से पेरैंट्स व लोग दहशतजदा हो गए।
कैसे हुई दोनों स्कूल बसों के बीच टक्कर
जानकारी के अनुसार वीरवार सुबह ट्रिनिटी स्कूल की बस (नं.पी.बी.07 एबी-9425) टैगोर पार्क स्टॉप पर रुकते ही पेरैंट्स बच्चों को बस में चढ़ा रहे थे वहीं सड़कके दूसरी तरफ ऊंचाई पर जीवन मॉडल स्कूल की बस (नं.पी.बी.07 पी- 6316) बच्चों को लेने के लिए उतर रही थी कि बस ने बेकाबू होकर ट्रिनिटी स्कूल की बस को जोरदार टक्कर मार दी।
पेरैंट्स की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस
टक्कर के बाद बस में सवार बच्चे ही नहीं बल्कि बच्चों को चढ़ाने पहुंचे पेरैंट्स में भी हड़कंप मच गया। हादसे के बारे में सुन आसपास के और भी पेरैंट्स ने मौके पर पहुंच कर तत्काल हादसे की सूचना थाना सिटी पुलिस को दे दी। सूचना मिलते ही हैड कांस्टेबल कुलवंत सिंह व दलजीत सिंह मौके पर पहुंच जांच में जुट गए। ब"ाों को स्कूल से आई दूसरी बस में बिठाकर स्कूल भेज दिया गया वहीं बच्चों के पेरैंट्स गुरविन्द्र सिंह, अतुल वर्मा, मोहित गुप्ता, संजय गुप्ता, राजीव, शिवानी, पूजा माहेश्वरी, पुनीत अग्रवाल, राकेश जसवाल, रमेश ठाकुर ने हादसे पर आक्रोश व्यक्त किया।
क्या कहती हैं स्कूल की प्रिंसीपल
हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची ट्रिनिटी स्कूल की पिं्रसीपल अनिता लारैंस ने बताया कि हादसे में मामूली घायल ब"ाों को प्राथमिक उपचार करने के बाद सभी बच्चों को दूसरी बस में स्कूल भेज दिया गया। स्कूल के लीगल एडवाइजर से राय लेने के बाद थाना सिटी पुलिस से कह दिया कि वह जीवन मॉडल स्कूल बस के ड्राइवर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।