Edited By Updated: 25 Mar, 2017 01:04 PM
पंजाब विधानसभा में मुख्य विरोधी दल के तौर पर सामने आई आम आदमी पार्टी ने 15वीं विधानसभा के पहले ही सत्र में संघर्ष की शुरूआत कर दी है।
चंडीगढ़(रमनजीत): पंजाब विधानसभा में मुख्य विरोधी दल के तौर पर सामने आई आम आदमी पार्टी ने 15वीं विधानसभा के पहले ही सत्र में संघर्ष की शुरूआत कर दी है। यह संघर्ष लोक इंसाफ पार्टी को ‘इंसाफ’ दिलवाने से संबंधित है। आम आदमी पार्टी विधायक दल के नेता हरविंद्र सिंह फूलका ने स्पीकर को पत्र लिखकर विधानसभा में ‘बैठने के इंतजाम’ को दुरुस्त करने को कहा है। पार्टी का कहना है कि चुनाव से पहले उनका लोक इंसाफ पार्टी यानी बैंस ब्रदर्स के साथ गठबंधन हुआ था और इसी नाते उनका आम आदमी पार्टी की सीटों के साथ ही बैठने का इंतजाम किया जाए। उनका कहना है कि इससे विपक्ष एकजुट और बुलंद रहेगा व सत्तापक्ष को घेरने में आसानी रहेगी।
पता चला है कि आप नेता द्वारा यह पत्र इसलिए लिखा गया है,क्योंकि चर्चा यही चल रही थी कि विधानसभा की परंपरा के मुताबिक आम आदमी पार्टी के विधायकों की सीटें खत्म होने के बाद विपक्ष में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी यानी शिरोमणि अकाली दल के विधायकों की सीटें शुरू होंगी। इसी क्रम में उसके बाद विधायकों की संख्या के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी की सीटें और उसके बाद लोक इंसाफ पार्टी का नंबर आएगा। विधानसभा सत्र के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नेता विपक्ष हरविंद्र सिंह फूलका और आप के चीफ व्हिप सुखपाल खैहरा ने कहा कि यदि स्पीकर द्वारा विपक्षी गठबंधन की सिटिंग को दुरुस्त न किया तो यह मुद्दा विधानसभा में उठाया जाएगा।