Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Aug, 2017 10:03 AM
बनूड़ के नजदीक स्थित स्वामी विवेकानंद इंजीनियरिंग टैक्नोलॉजी कालेज में बीते दिन बिजली के करंट से हुई नौजवान की मौत का मामला तब गर्मा
बनूड़ (गुरपाल): बनूड़ के नजदीक स्थित स्वामी विवेकानंद इंजीनियरिंग टैक्नोलॉजी कालेज में बीते दिन बिजली के करंट से हुई नौजवान की मौत का मामला तब गर्मा गया जब पोस्टमार्टम करवाने के बाद पारिवारिक सदस्यों ने लाश का अंतिम संस्कार करने की जगह एम्बुलैंस के द्वारा कालेज के प्रांगण में रख कर बनूड़ से राजपुरा की ओर जाते राष्ट्रीय राज मार्ग को तकरीबन 2 घंटे तक जाम कर दिया।
जानकारी के अनुसार बीते दिन स्वाइट कालेज में 15 साल से नौकरी करते मेजर सिंह पुत्र अमर सिंह निवासी गांव बठोणियां की बिजली का करंट लगने के कारण मौत हो गई थी और आज सुबह जब मृतक नौजवान की लाश का पोस्टमार्टम राजपुरा के ए.पी. जैन अस्पताल में से करवाने के उपरांत पारिवारिक सदस्यों ने लाश को अंतिम संस्कार के लिए गांव लेकर जाने की जगह पर एम्बुलैंस के द्वारा राष्ट्रीय मार्ग पर स्थित कालेज में लेकर आए और इनकी हिमायत में आम आदमी पार्टी के नेता गुरप्रीत सिंह धमोली, नरदेव सिंह नंडियाली, मुनीश कुमार बत्रा, गुरजिंद्र कंबोज, सुरिंद्र सिंह घुम्मण के अलावा ओर बहुत से नेता पहुंच गए। उन्होंने कालेज के प्रबंधकों से परिवार के लिए आर्थिक सहायता की मांग की जब प्रबंधकों ने उनकी बात को अनसुना कर दिया तो दुखी पारिवारिक सदस्यों ने राष्ट्रीय मार्ग पर यातायात ठप्प कर दिया।
जब सड़क जाम की सूचना बनूड़ पुलिस को मिली तो थाना प्रमुख के दफ्तरी काम के लिए बाहर होने के कारण इंस. कुलविंद्र सिंह थाना प्रमुख शंभू और ए.एस.आई. मोहन सिंह समेत पुलिस पार्टी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने धरनाकारियों को समझाने की कोशिश की परन्तु वे आर्थिक सहायता, विधवा को नौकरी और कालेज में बच्चों को पढ़ाई मुफ्त करवाने से बिना मानने के लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने कहा कि मृतक नौजवान पिछले 15 सालों से कालेज में नौकरी कर रहा है। इतना समय नौकरी करते समय कभी उसका कोई फंड जमा नहीं किया गया। इस सड़क जाम के कारण सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लम्बी-लम्बी कतारें लग गईं और आखिर डेढ़ घंटे बाद कालेज के प्रबंधकों ने मृतक के परिवार को 3 लाख रुपए नकद, विधवा को कालेज में नौकरी और उसके बच्चों की कालेज में मुफ्त पढ़ाई कराने के ऐलान करने के बाद राष्ट्रीय मार्ग पर लगाया धरना उठाया गया।