Edited By Updated: 18 Mar, 2017 02:17 PM
पंजाब में विधानसभा चुनाव नतीजों को आए अभी एक हफ्ता भी नहीं हुआ कि आम आदमी पार्टी ने चुनाव मैनिफैस्टों में किए अपने वादों से मुकरना शुरू कर दिया है।
चंडीगढ़: पंजाब में विधानसभा चुनाव नतीजों को आए अभी एक हफ्ता भी नहीं हुआ कि आम आदमी पार्टी ने चुनाव मैनिफैस्टों में किए अपने वादों से मुकरना शुरू कर दिया है।
पार्टी ने जहां चुनाव से पहले वी. आई. पी. कल्चर को खत्म करने की बात कही थी वहीं कुछ सीटें जीतने के बाद आप विधायकों ने खुद सरकारी गाड़ी और सुरक्षा की मांग कर दी है।
सूत्रों मुताबिक गुरूवार को विधायकों की हुई बैठक में इस मसले पर विचार किया गया और फैसला किया गया कि सुरक्षा और सरकारी वाहन लेना या न लेना विधायकों की निजी पसंद पर छोड़ देना चाहिए।
इसके बाद ज्यादातर आप विधायकों ने सुरक्षा के अलावा सरकारी वाहन ले लिए हैं, जो पार्टी के चुनाव मैनिफैस्टों पत्र के बिलकुल उलट है। हालांकि कांग्रेस के कई विधायकों ने सुरक्षा और सरकारी वाहन लेने से इन्कार कर दिया है। जब इस बारे में 'आप'के चीफ़ व्हिप सुखपाल सिंह खैहरा के साथ बात की गई तो उन्होंने बहाने बनाते कहा कि पंजाब में अमन -कानून की हालत देखते विधायकों को सुरक्षा के बिना बड़ा खतरा है। सरकारी वाहन लेने बारे उन्होंने कहा कि ज़्यादातर विधायक आर्थिक तौर पर कमजोर हैं और उनके पास अपनी कार नहीं हैं।