Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Sep, 2017 09:52 AM
आम आदमी पार्टी के हौसले दिल्ली में सरकार बनाने के उपरांत लगातार पंजाब, गोवा, दिल्ली निगम चुनावों में हार के बाद भी बुलंद हैं।
जालंधर(बुलंद): आम आदमी पार्टी के हौसले दिल्ली में सरकार बनाने के उपरांत लगातार पंजाब, गोवा, दिल्ली निगम चुनावों में हार के बाद भी बुलंद हैं। गत माह दिल्ली की बवाना सीट पर वि.स. उप-चुनाव में जीत दर्ज कर पार्टी में एक बार फिर से करंट दौड़ गया है। जानकारों की मानें तो आगामी यू.पी. निगम चुनावों में पार्टी अपना हाथ आजमाने जा रही है।
पार्टी के जानकारों के अनुसार पार्टी हाईकमान नवम्बर में होने वाले यू.पी. निगम चुनावों में अपना पूरा जोर लगाएगी। पार्टी हाईकमान की मानें तो गत दिवस पार्टी के 20 जिला प्रमुखों की इस मामले में बैठक हाईकमान के साथ हुई थी, जिसमें पार्टी नेताओं ने एकजुट होकर कहा कि हर हाल में यू.पी. चुनावों में हाथ आजमाना चाहिए। पार्टी के सीनियर नेताओं ने कहा कि यू.पी. में पार्टी के हक का माहौल है, क्योंकि यू.पी. के लोग पुरानी सियासी पाॢटयों के भ्रष्टाचार से परेशान हो चुके हैं, इसलिए वे अब ‘आप’ की ओर झुकाव दिखा रहे हैं।
पार्टी के सीनियर नेता बताते हैं कि पार्टी ने यू.पी. के निगम चुनावों को लेकर अंदरूनी स्तर पर यू.पी. में सर्वे करवाया है, जिसमें सामने आया है कि अगर ‘आप’ यू.पी. निगम चुनावों में भाग लेती है तो इसके बेहद सार्थक नतीजे सामने आ सकते हैं। यू.पी. में कई स्कैम ऐसे हैं जो सीधे तौर पर लोकल बॉडी विभाग से जुड़े हैं और इससे रिवायती पाॢटयों की साख पर धब्बा लगा है व लोग हाऊस टैक्स के नाम पर हो रही लूट से परेशान हैं। ऐसे में दिल्ली में ‘आप’ पार्टी की कारगुजारी ने यू.पी. के लोगों में पार्टी के प्रति मोह पैदा किया है, जिसके नतीजे पार्टी के लिए यू.पी. निगम चुनावों में अच्छे परिणामों के तौर पर सामने आ सकते हैं।