Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Aug, 2017 12:24 PM
मलोट के गुरमीत सिंह का परिवार 1984 के दंगों में उजड़ चुका था। दोनों देशों की कड़वाहट को खत्म करने के लिए उन्होंने अपने दोनों लड़कों को नाम भारत-पाकिस्तान रखा है।
श्री मुक्तसर साहिबः मलोट के गुरमीत सिंह का परिवार 1984 के दंगों में उजड़ चुका था। दोनों देशों की कड़वाहट को खत्म करने के लिए उन्होंने अपने दोनों लड़कों को नाम भारत-पाकिस्तान रखा है। उल्लेखनीय है कि इस नफरत की आग से आहत होकर मलोट के लकड़ी के कारीगर गुरमीत सिंह दुनिया को अनूठी सीख दे रहे हैं। पहले भारत-पाक बंटवारे और फिर 1984 के दंगों में उजड़ चुका गुरमीत सिंह का परिवार अब तीसरी बार ऐसा संताप नहीं झेलना चाहता।
इसलिए उसने सांप्रदायिक सद्भावना का संदेश देने के लिए अपने बड़े बेटे का नाम भारत तथा छोटे बेटे का नाम पाकिस्तान रख दिया है। गुरमीत सिंह ने 2 साल पहले खोली दुकान का नाम भी भारत-पाकिस्तान वुड वर्क्स ही रख दिया है। कुई लोग गुरमीत सिंह का मजाक उड़ाते हैं, तो कुछ उनकी सोच को सलाम करते हैं। उलका कहना है कि हैं कि वैसे भी भारत-पाकिस्तान दोनों भाई हैं। इसलिए दोनों को अब मिलकर रहना चाहिए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरमीत ने बड़े बेटे का नाम मनोज कुमार की फिल्मों के आधार पर रखा है,क्योंकि कई फिल्मों में मनोज कुमार का नाम भारत ही था। 2007 में दूसरे बेटे का जन्म हुआ तो एक दोस्त ने उसका नाम पाकिस्तान रखने की सलाह दी। मां और रिश्तेदारों ने आपत्ति जताई, लेकिन बाद में सब ठीक हो गया। अपने दोनों बोटों का नाम भारत-पाकिस्तान रखकर वह दोनोंं दशों की कड़वाहट को खत्म करना चाहते हैं।