Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Mar, 2018 02:28 PM
पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने एक बार फिर दोहराया कि पंजाब को अपने बल पर ही खड़ा होना पड़ेगा। केंद्र पंजाब की मदद करने के लिए तैयार नहीं है इसलिए हमें अपने ही आमदनी वाले साधन पैदा करने होंगे।
चंडीगढ़ः पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने एक बार फिर दोहराया कि पंजाब को अपने बल पर ही खड़ा होना पड़ेगा। केंद्र पंजाब की मदद करने के लिए तैयार नहीं है इसलिए हमें अपने ही आमदनी वाले साधन पैदा करने होंगे।
चंडीगढ़ में 6वीं विश्व पंजाबी कांफ्रैंस के समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि के तौर पर पहुंचे बादल ने कहा कि हर मुद्दे पर पंजाब भटक चुका है और पंजाब से अलग हुए राज्य हिमाचल और हरियाणा भी पंजाब से आगे निकल चुके है जबकि गुजरात और मद्रास जो कभी पंजाब के सामने टिकते नहीं थे आज वह पंजाब को मशवरे देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि असल में 1966 के बाद पंजाब में लीडरशिप क्वालिटी में कमी आई है चाहे वह कमी पॉलिटिक्स में हो चाहे समाज में और चाहे मीडिया में। इसी कमी के चलते ही पंजाब इस स्थिति में पहुंचा है। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि पंजाब के 1-2 अफसरों को छोड़कर किसी को अंग्रेजी नहीं आती, भारत सरकार को भेजे जाने वाली चिट्ठियों में पता नहीं क्या लिख कर भेज देते हैं।
बादल ने कहा कि हालांकि पंजाब इस समय वित्तीय संकट से जूझ रहा है, इसके बावजूद हम पंजाबी भाषा से संबंधित सभी तरह की समस्याओं के समाधान के लिए तैयार हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में जिन समस्याओं पर विचार हुआ है, वह किसी राजनीतिक दल या किसी व्यक्ति विशेष से संबंधित नहीं हैं। ऐसे में हम सभी को अपनी राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर एक साथ आते हुए पंजाबी भाषा से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए आगे आना होगा।