Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Sep, 2017 11:30 AM
सीमावर्ती कस्बा बमियाल के अधीन आते करीब 30 गांवों को बेहतर बिजली सेवाएं देने हेतु कस्बा बमियाल के समीप बनाया जाने वाला 66 के.वी. सब-स्टेशन लोगों को सुविधा देने की बजाय एक बार कांग्रेस सरकार तथा 2 बार अकाली-भाजपा सरकार के लिए चुनावी रोटियां सेंकने के...
पठानकोट/बमियाल(शारदा, राकेश): सीमावर्ती कस्बा बमियाल के अधीन आते करीब 30 गांवों को बेहतर बिजली सेवाएं देने हेतु कस्बा बमियाल के समीप बनाया जाने वाला 66 के.वी. सब-स्टेशन लोगों को सुविधा देने की बजाय एक बार कांग्रेस सरकार तथा 2 बार अकाली-भाजपा सरकार के लिए चुनावी रोटियां सेंकने के काम आ चुका है लेकिन इसका निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। अकाली-भाजपा सरकार द्वारा हर चुनाव में इस सब-स्टेशन का शिलान्यास करवाकर सीमावर्ती इलाके के भोले-भाले लोगों से वोट बटोरने की कोशिश की जाती रही है। चुनाव होने के बाद से इसका कार्य बंद पड़ा है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2007 में विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब के पी.एस.पी.सी.एल. के एडमिनीस्ट्रेटिव मैंबर रहे रमन भल्ला ने आगामी चुनाव को देखते हुए सीमावर्ती इलाके के 30 गांवों को बेहतर बिजली सुविधाएं उपलब्ध करवाने हेतु इस सब-स्टेशन को बनाने की घोषणा की थी। उस समय प्रशासन द्वारा सीमावर्ती गांव मनवाल में पंचायत की जमीन एक्वायर करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई थी परंतु उसके तुरंत बाद कोड ऑफ कंडक्ट लगने कारण काम वहीं रुक गया था। उसके बाद अकाली-भाजपा सरकार के सत्ता में आने कारण पूरे 5 साल तक इस सब-स्टेशन का कार्य शुरू नहीं हो पाया।
विधानसभा चुनाव-2012 में भाजपा की तरफ से सीमा कुमारी द्वारा विधायक बनने पर इस सब-स्टेशन के निर्माण कार्य की एक बार दोबारा कोशिश की गई तथा लोकसभा चुनाव-2014 में भी सीमावर्ती इलाके के लोगों से वोट बटोरने हेतु भाजपा विधायक सीमा कुमारी द्वारा सब-स्टेशन स्थान पर निर्माण कार्य की सामग्री मंगवाने के बाद इसके निर्माण कार्य की शुरूआत का नाटक करके लोगों से वोट बटोरने की कोशिश की गई लेकिन लोकसभा चुनाव होने के बाद इस सब-स्टेशन का निर्माण कार्य दोबारा बंद कर कर दिया गया।
पूरे 5 साल तक इस सब-स्टेशन के निर्माण कार्य को शुरू नहीं किया गया परंतु 2017 के विधानसभा चुनाव एक बार दोबारा सीमावर्ती लोगों से वोट बटोरने के लिए विधायक सीमा कुमारी द्वारा कोड ऑफ कंडक्ट लगने के 2 दिन पहले इस सब-स्टेशन का शिलान्यास किया गया। उसके बाद भी इस सब-स्टेशन का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है।वर्णनीय है कि राजनीतिक पार्टियां सीमावर्ती इलाके के भोले-भाले लोगों को ऐसे ही सब्जबाग दिखाकर वोट बटोरने की कोशिश करती आ रही हैं तथा अब दोबारा होने वाले लोकसभा उपचुनाव में यह देखना बाकी है कि इस बार कौन सी पार्टी 66 के.वी. सब-स्टेशन के निर्माण कार्य की रणनीति खेल कर वोट बटोरने की कोशिश करती है?