Edited By Updated: 08 Dec, 2016 05:08 PM
सेहत विभाग द्वारा नए भर्ती किए गए एम.बी.बी.एस. डाक्टरों को रोटी के लाले पड़ गए हैं।
अमृतसर(दलजीत): सेहत विभाग द्वारा नए भर्ती किए गए एम.बी.बी.एस. डाक्टरों को रोटी के लाले पड़ गए हैं। विभाग द्वारा 5 माह से नए भर्ती किए गए डाक्टरों को वेतन नहीं दिया गया है। वेतन न मिलने के कारण कुछ डाक्टर जहां ब्याजी पैसे लेकर अपने परिवारों का पेट भर रहे हैं, वहीं विभाग के नकारात्मक व्यवहार को देखते हुए कई डाक्टरों ने नौकरी छोडने का मन बना लिया है। सेहत विभाग में पिछले लम्बे समय से डाक्टरों की कमी चलती आ रही थी। विभाग द्वारा उक्त डाक्टरों को 6 माह पहले 15,600 वेतन पर रखा गया था। 1 माह का वेतन तो डाक्टरों को विभाग द्वारा जारी कर दिया गया परन्तु अब प्रेन नंबर न होने के कारण डाक्टरों का वेतन जारी नहीं किया जा रहा है। लाखों रुपया खर्च करके पढ़ाई करने वाले उक्त डाक्टरों को रोटी के लाले पड़ गए हैं।
डाक्टर फिर परिवार पर बोझ बने
डिग्री हासिल करने के बावजूद डाक्टर फिर परिवार पर बोझ बनकर रह गए हैं। नए भर्ती हुए कुछ डाक्टरों ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि उन्होंने लाखों रुपए खर्च करके एम.बी.बी.एस. की डिग्री हासिल की है लेकिन सरकार ने उनकी मेहनत का पूरा मूल्य न देते हुए 15,600 वेतन देना निर्धारित किया। वह फिर भी मजबूरीवश उक्त वेतन पर काम कर रहे हैं। पिछले 5 माह से वेतन न मिलने के कारण अब उनके परिवारों का गुजारा भी मुश्किल हो गया है। प्राइवेट नौकरी करने वाले व्यक्ति का वेतन भी डाक्टरों से ज्यादा है।
कुछ डाक्टर नौकरी छोडऩे के लिए मजबूर
उन्होंने कहा कि वेतन न मिलने के कारण अब उन्हें अपने पारिवारिक सदस्यों से पैसे मांगने पर भी शर्म आ रही है। यदि ऐसा ही हाल चलता रहा तो वह नौकरी छोड़ जाएंगे। डाक्टरों ने कहा कि वह अपने वेतन संबंधी जब भी उच्चाधिकारियों से बातचीत करते हैं तो वह हर बार मीठी गोली दे देते हैं जबकि समस्या ज्यों की त्यों ही बनी रहती है।