Edited By Updated: 21 Feb, 2017 11:20 AM
सर्वशिक्षा अभियान के तहत सेवारत दफ्तरी मुलाजिमों को पिछले 5 माह से वेतन न मिल पाने के कारण उनकी आर्थिक व मानसिक स्थिति बेहद खराब हो रही है। इस संबंधी जानकारी देते हुए एस.एस.ए./रमसा दफ्तरी कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान गुरजिन्द्र सिंह बनवैत ने कहा...
होशियारपुर (जैन): सर्वशिक्षा अभियान के तहत सेवारत दफ्तरी मुलाजिमों को पिछले 5 माह से वेतन न मिल पाने के कारण उनकी आर्थिक व मानसिक स्थिति बेहद खराब हो रही है। इस संबंधी जानकारी देते हुए एस.एस.ए./रमसा दफ्तरी कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान गुरजिन्द्र सिंह बनवैत ने कहा कि वेतन न मिल पाने के कारण तमाम मुलाजिम बेहद परेशान हैं।
उन्होंने बताया कि दफ्तरी मुलाजिम रैगुलर किए जाने की मांग को लेकर पिछले लम्बे अर्से से संघर्ष कर रहे हैं लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती।
अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान बेरोजगारों को 1.13 लाख नौकरियां देने का वायदा किया था जोकि कोरा झूठ साबित हुआ। नौकरियां देना तो दूर की बात पिछले 10 साल से काम कर रहे युवाओं को धक्केशाही के साथ नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाया गया। सुविधा कर्मी इसकी ज्वलंत मिसाल हैं। उन्होंने बताया कि रैगुलर किए जाने की मांग को लेकर जिला मुख्यालयों पर 21 से 25 फरवरी तक अर्थी फूंक मुजाहिरे किए जाएंगे।