Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jun, 2017 10:43 AM
स्थानीय महाराजा रणजीत सिंह कालेज के प्रबंधकों में विवाद के चलते फाऊंडर चेयरमैन की शिकायत पर उच्च स्तरीय जांच के उपरांत फर्जी हस्ताक्षर करने व रिकार्ड में छेड़छाड़ करने के कथित आरोपों के तहत सदर पुलिस ने 4 व्यक्तियों के विरुद्ध धोखाधड़ी सहित संगीन...
मलोट(जुनेजा): स्थानीय महाराजा रणजीत सिंह कालेज के प्रबंधकों में विवाद के चलते फाऊंडर चेयरमैन की शिकायत पर उच्च स्तरीय जांच के उपरांत फर्जी हस्ताक्षर करने व रिकार्ड में छेड़छाड़ करने के कथित आरोपों के तहत सदर पुलिस ने 4 व्यक्तियों के विरुद्ध धोखाधड़ी सहित संगीन धाराओं में केस दर्ज किया है। एक प्रैस कांफ्रैंस में पीड़ित व महाराजा रणजीत सिंह कालेज के फाऊंडर चेयरमैन बलिष्टर सिंह मान ने बताया कि उन्होंने 2004 में पिछड़े क्षेत्र में विद्या के प्रसार व खास कर लड़कियों की शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए एक सोसायटी बनाई थी। जिसके वह चेयरमैन थे व 8 अन्य पदाधिकारी थे।
उनमें से रजिन्द्र सिंह पुत्र मेजर सिंह को नौकरी मिलने पर उसने 2 जुलाई 2005 को त्यागपत्र दे दिया था। जिसके बाद राजदर्शन कौर पत्नी शिवदेव सिंह गिल को सदस्य बनाया गया। उधर लगातार जनरल बाडी की बैठकों में उपस्थित न होने पर वाइस चेयरमैन मनदीप सिंह, उसके पिता कौर सिंह, लखविन्द्र सिंह व उसके पिता अमरीक सिंह 4 सदस्यों को 25 मार्च 2012 को सोसायटी की सदस्यता से अयोग्य करार दे दिया था। जिसके बाद उक्त चारों ने प्रितपाल गिल पुत्र नाजर सिंह सराभा नगर मलोट व दलजिन्द्र सिंह संधू पुत्र अर्जन सिंह से मिल कर साजिश के तहत नया कार्रवाई रजिस्टर लगा कर गैर कानूनी तौर पर त्यागपत्र दे चुके सदस्य रजिन्द्र सिंह के स्थान पर जाली हस्ताक्षर कर लिए और यह रिकार्ड बैंकों, संबंधित विभागों व यूनिवॢसटी को भेज दिया।
इस मामले पर आई.जी. एस.एस. छीना द्वारा की पड़ताल उपरांत पुलिस ने प्रार्थी बलिष्टर सिंह मान की शिकायत को सही ठहराते हुए मनदीप कौर, कौर सिंह, लखविन्द्र सिंह व अमरीक सिंह के खिलाफ आई.पी.सी. की धारा 420, 465, 467, 468, 471 के तहत थाना सदर मलोट में केस दर्ज कर दिया है। उधर इस मामले में दूसरे पक्ष का कहना है कि बलिष्टर सिंह मान व शिरदेव सिंह गिल ने सोसायटी में घपला किया था, जिस कारण उनके विरुद्ध केस दर्ज होने उपरांत सारा मामला अदालत में चल रहा है और अब उसके द्वारा यह कार्रवाई करके सोसायटी के काम को प्रभावित करने की कोशिश की गई है।