Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jun, 2017 08:25 AM
एक पति द्वारा कोर्ट से एकतरफा तलाक लेकर अपनी पत्नी को 3 वर्षीय बच्ची सहित घर से बाहर निकाल दिया गया, जिसके कारण वह अपनी बेटी के साथ दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर है, जबकि पीड़ित महिला अपनी बच्ची सहित 2 बार आत्महत्या करने की कोशिश भी कर चुकी है।
गुरदासपुर (दीपक ): एक पति द्वारा कोर्ट से एकतरफा तलाक लेकर अपनी पत्नी को 3 वर्षीय बच्ची सहित घर से बाहर निकाल दिया गया, जिसके कारण वह अपनी बेटी के साथ दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर है, जबकि पीड़ित महिला अपनी बच्ची सहित 2 बार आत्महत्या करने की कोशिश भी कर चुकी है।
पीड़िता कं वलजीत गांव बब्बेहाली ने बताया कि उसका विवाह 27 अप्रैल 2013 को पूरे रस्मो-रिवाज के साथ धारीवाल में पड़ते गांव तंग के हरपाल सिंह के साथ हुआ था, मगर विवाह के कुछ समय के बाद ही दहेज कम देने की वजह से ससुराल परिवार ने उसे तंग-परेशान करना शुरू कर दिया। कई बार मारपीट करके उसे घर से बाहर निकाला गया, कई बार दोनों गांवों ने गण्यमाण्यों द्वारा राजीनामा करवाकर उनका समझौता करवाया गया।
उसने बताया कि 4 फरवरी 2014 को उसके घर एक बेटी ने जन्म लिया। बेटी होने के बाद उसके शरीर पर एलर्जी हो गई, जिसके बाद ससुराल वालों ने यह कर उसे घर से निकाल दिया कि उसे यह बीमारी विवाह से पहले लगी हुई थी, दूसरी तरफ उसके पति हरपाल सिंह ने कोर्ट में तलाक लेने के लिए अर्जी दे दी। पीड़िता कंवलजीत ने बताया कि उसको बच्ची होने के बाद यह बीमारी अपने ससुराल में ही हुई थी, मगर उन्होंने इलाज करवाने की बजाय उससे मारपीट शुरू कर दी और मारपीट करने के बाद उसके पति ने उसे मायके के बाहर ही छोड़ दिया।
उसने बताया कि इन सभी मामले संबंधी उसने एस.एस.पी. गुरदासपुर को शिकायत-पत्र दिया जिसके बाद उन्होंने मामले संबंधी गंभीरता से जांच करने के लिए तिब्बड़ थाने की पुलिस से कहा। उसके पति और उसके परिवार वालों ने तिब्बड़ थाने में आकर उनके साथ राजनीमा कर लिया, लेकिन उसके पति हरपाल सिंह ने जो अर्जी अदालत में तलाक के लिए दी थी उसको जारी रखा तथा कोर्ट में उसकी जानकारी के बिना अकेले ही तारीखें भुगतता रहा। उसने धोखे से अदालत द्वारा भेजे सम्मन पर उसके हस्ताक्षर करवा लिए और एकतरफा अदालत से तलाक लेकर उसे व उसकी बेटी को घर से बाहर निकाल दिया।
पीड़ित महिला ने बच्ची सहित की 2 बार आत्महत्या करने की कोशिश : पारिवारिक सदस्य
पीड़िता कंवलजीत के पिता सुखराज ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि उसकी बेटी कंवलजीत ने पहले ही 2 बार आत्महत्या करने की कोशिश की है। मैं गरीब हूं और घर का खर्च अपनी पैंशन से चलाता हूं। मेरी बेटी अपनी बेटी का खर्च कहां से उठाएगी?
दूसरी तरफ मेरा दामाद हरपाल सिंह दूसरा विवाह करवाने के लिए रिश्ते देख रहा है। अगर विवाह के बाद दूसरी लड़की को भी एलर्जी या बीमारी हो जाएगी तो वह उसको भी छोड़ देगा। प्रशासन को चेतावनी देते हुए उसने कहा कि पहले ही 2 बार मेरी बेटी आत्महत्या करने की कोशिश कर चुकी है, अगर उसे कुछ होता है तो इस पूरी जिम्मेदारी ससुराल परिवार की होगी।
क्या कहते हैं पीड़ित महिला के वकील संदीप ओहरी
पीड़ित महिला कंवलजीत के वकील संदीप ओहरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कंवलजीत के पति हरपाल सिंह ने अदालत तथा अपनी पत्नी कंवलजीत कौर को गुमराह करके एकतरफा तलाक की डिग्री ली है। हरपाल सिंह थाने में राजीनामा करके अपनी पत्नी को घर ले गया था तथा अदालत को बताया था कि वह अपनी पत्नी के साथ नहीं रह रहा तथा उसने एक्स-पार्टी साबित करके अदालत से तलाक की डिग्री ले ली। हमने अदालत में उसके खिलाफ केस दायर कर दिया है, उसने अदालत को गुमराह किया है।
शरीर में एलर्जी होने कारण मैंने कंवलजीत को छोड़ा है : हरपाल सिंह
हरपाल सिंह से बात की गई तो उसने बताया कि कंवलजीत को विवाह से पहले ही एलर्जी की बीमारी थी। कंवलजीत के परिवार ने झूठ बोलकर उसके साथ विवाह किया है, जिसके कारण मैंने उसको छोड़ा है। जब हरपाल सिंह को 3 वर्षीय बच्ची को किस बात के लिए छोड़ा है, के बारे पूछा गया तो हरपाल सिंह ने कहा कि कंवलजीत राजीनामा होने के बाद भी उसे मेरे घर लेकर नहीं आई तथा न ही हमने कोई उससे दहेज की मांग की है। अब दोबारा उन्होंने कोर्ट केस किया है, जो फैसला होगा, मुझे मंजूर होगा।