Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Nov, 2017 08:52 AM
जिला फिरोजुपर के अलग-अलग पुलिस थानों और चौकियों में करीब 3 से 4 हजार तक ऐसे मोटरसाइकिल व स्कूटर खड़े हैं जिन्हें कानूनी प्रक्रिया से लेने के लिए कोई नहीं आता। जहां बारिश-धूप में वर्षों से खड़े मोटरसाइकिल व स्कूटर आदि वाहन कंडम हो रहे हैं, वहीं पुलिस...
फिरोजपुर(कुमार): जिला फिरोजुपर के अलग-अलग पुलिस थानों और चौकियों में करीब 3 से 4 हजार तक ऐसे मोटरसाइकिल व स्कूटर खड़े हैं जिन्हें कानूनी प्रक्रिया से लेने के लिए कोई नहीं आता। जहां बारिश-धूप में वर्षों से खड़े मोटरसाइकिल व स्कूटर आदि वाहन कंडम हो रहे हैं, वहीं पुलिस थानों के मुलाजिमों को ये वाहन संभालने में भारी मुश्किल पेश आ रही है। पुलिस थानों और चौकियों में मुलाजिमों को बैठने में मुश्किलें पेश आ रही हैं और कई पुलिस थानों में छतों के ऊपर मोटरसाइकिल रखने पड़ रहे हैं।
अलग-अलग पुलिस थानों के सूत्रों का कहना है कि थानों में पड़े बहुत से मोटरसाइकिल पुलिस ने चोरों से बरामद किए हैं जिन पर जाली नंबर प्लेटें लगी हुई हैं और उनके कागजात नहीं हैं, जिस कारण पुलिस को पता नहीं चल रहा कि इन मोटरसाइकिलों के मालिक कौन हैं।
मोटरसाइकिलों के इंजन व चैसीज नंबर सार्वजनिक करें : सोढी
दूसरी ओर लाइफ सेवर वैल्फेयर सोसायटी के प्रधान एडवोकेट जे.एस. सोढी का मानना है कि चोरों से बरामद किए व कागजों के अभाव में थानों में जब्त किए गए मोटरसाइकिलों व स्कूटरों के इंजन व चैसीज नंबर एक वैबसाइट बनाकर पुलिस सार्वजनिक करे। सोढी ने बताया कि जिन लोगों के मोटरसाइकिल व स्कूटर चोरी होते हैं उन लोगों के लिए हर जिले व थाने में जाकर पता लगाना संभव नहीं। उन्होंने कहा कि लोग जब चाहें इस वैबसाइट पर अपने-अपने मोटरसाइकिल-स्कूटरों के इंजन व चैसीज नंबर डाल कर पता कर सकेंगे कि उनका चोरी हुआ मोटरसाइकिल या स्कूटर किसी थाने की पुलिस ने बरामद किया है या नहीं।
पुलिस मोटरसाइकिल व स्कूटर की एजैंसियों को बरामद किए गए मोटरसाइकिल और स्कूटरों के इंजन व चैसीज नंबर भेज कर उनसे पूछे कि बरामद किया गया मोटरसाइकिल या स्कूटर उन्होंने किस व्यक्ति को बेचा था और पता चलने पर पुलिस उन लोगों को अदालती प्रक्रिया से अपना वाहन लेने संबंधी पत्र द्वारा दिए गए मोबाइल फोन पर सूचित करे। जानकारी देते हुए एन.जी.ओ. जिम्मी मनचंदा और विपन कक्कड़ ने बताया कि बरामद हुए मोटरसाइकिल व स्कूटर संबंधी वाहन एजैंसियां पुलिस व लोगों की उक्त मदद कर सकती हैं।