Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Oct, 2017 08:37 AM
पंजाब में उग्रपंथियों की ओर से सरबत खालसा केे दौरान बनाये गयेे अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ध्यान सिंह मंंड, अमरीक सिंह अजनाला औैर बलजीत सिंह दादूवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। अकाल तख्त पर इस समुदाय की ओर से हुल्लड़बाजी की आशंका को देखते हुये...
अमृतसरः पंजाब में उग्रपंथियों की ओर से सरबत खालसा केे दौरान बनाये गयेे अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ध्यान सिंह मंंड, अमरीक सिंह अजनाला औैर बलजीत सिंह दादूवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। अकाल तख्त पर इस समुदाय की ओर से हुल्लड़बाजी की आशंका को देखते हुये सुरक्षा के कड़े प्रबंध कियेे गयेे और अवांछित तत्वों को अंदर आने नहीं दिया गया। इसी कारण इन तीनों की गिरफ्तारियों की गयी हैं। अकाल तख्त तथा स्वर्ण मंदिर के आसपास आज कड़ी सुरक्षा का प्रबंध किया गया।
मंड को आज तरनतारन पुलिस ने गिरफ्तार किया। इन सभी का अकाल तख्त पर आनेे का कार्यक्रम था। जिला प्रशासन और एसजीपीसी ने उग्रपंथियों के अंंदर आने पर रोक लगा दी है तथा उनके कुछ समर्थकों को हिरासत मेेें लिया गया है। अकाल तख्त के जत्थेदार ने सिख समुदाय से फिजूलखर्ची, गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदवी , किसान आत्महत्याओं, नशाखोरी पर चिंता जताते हुये इन बुराइयों को जड़ सेे मिटाने के लिये मिलकर संकल्प लेने की अपील की है। उन्होंने आज शाम बंदी छोड़ दिवस के मौके पर सिखों के नाम जारी एक संदेश में कहा कि मौजूदा हालात में सिख भाईचारे को मिलकर बुराइयों का मुकाबला करना चाहिये और गुरूओं के बताये मार्ग पर चलकर उनकी शिक्षाओं का अनुसरण करना चाहिये। उन्होंने कहा कि शादी विवाह तथा भोग आदि में फिजूलखर्ची खत्म करके सभी कार्यक्रमों गुरूद्धारों में कराये जाने चाहियेे। इससे किसान आत्महत्याओं पर फर्क पड़ेगा।
बेअदबी के मामले में कहा कि गुरूद्धारों की प्रबंध कमेेेटियां अपनी जिम्मेेदारी समझते हुये समेंत कदम उठायें। उन्होंनेे पंचायतों से आग्रह किया कि वह अपने इलाके में शराब के ठेके बंद करायें और इसकी जानकारी संबंधित आबकारी एवं कराधान अधिकारियों को दें। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी के दिगभ्रमित होने का कारण समाज का अपनी विरासत सेे दूर हो जाना है। इसी कारण माता-पिता अपने बच्चों को सही दिशा नहीं दे पा रहेे हैं। शाम को समागम मेें भाग लेनेे अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह अकाल तख्त पहुंचे । एसजीपीसी के प्रधान किरपाल सिंह बडूंगर सहित कई पदाधिकारियों मौके पर मौजूद थे। दरबार साहिब के प्रबंधक सुलखन सिंह ने सुरक्षा की बागडोर संभाली ताकि समागम शांतिपूर्वक संपन्न हो और ज्ञानी गुरबचन सिंह के कौैम के नाम संदेश पढऩे के बाद समागम शांतिपूर्ण समाप्त हो गया ।