Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Jan, 2018 09:17 AM
पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई कवायद के तहत वीरवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने अपने विभाग का लेखा-जोखा व आगामी योजनाओं पर चर्चा की।
चंडीगढ़/जालंधर (रमनजीत, वरिंद्र): पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई कवायद के तहत वीरवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने अपने विभाग का लेखा-जोखा व आगामी योजनाओं पर चर्चा की। ब्रह्म मोहिंद्रा ने कहा कि सरकार बनने के बाद से ही उनका फोकस राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं के ढांचे की बिगड़ी सेहत सुधारने पर रहा है। इसके लिए काफी प्रयास किए गए हैं और उनके सकारात्मक नतीजे मिलने शुरू हो चुके हैं।
‘वैलनैस सैंटर्स’ के बारे में बताते हुए स्वास्थ्य मंत्री मोहिंद्रा ने कहा कि ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में पहुंच रखने वाले इन वैलनैस सैंटर्स को साकार रूप देने के लिए प्रोसैस शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा मैनीफैस्टो में घोषणा की गई थी, जिसके तहत प्रत्येक 5 हजार की आबादी को सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जानी थीं। इसी वायदे को पूरा करने के लिए राज्य में 2950 ‘वैलनैस
सैंटर्स’ खोले जाएंगे।
राज्य में 5 नए सरकारी मैडीकल कालेज खुलेंगे, पहला जल्द मोहाली में
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार ने राज्य में 5 नए सरकारी मैडीकल कालेज खोलने का फैसला लिया है ताकि राज्य के भावी डाक्टरों को उच्च स्तरीय मैडीकल शिक्षा हासिल करने के लिए राज्य से बाहर या निजी कालेजों में न जाना पड़े। उन्होंने भर्ती प्रक्रिया को आसान करने और वेतन संबंधी दिक्कतों को दूर करने की बात कहते हुए डाक्टरों की कमी दूर करने की बात कही। इन केंद्रों में तैनाती के लिए स्टाफ नॢसज को 6 माह की ट्रेनिंग दिलाई जाएगी और इस ब्रिज कोर्स के बाद इन्हें कम्युनिटी हैल्थ ऑफिसर का ओहदा दिया जाएगा।
स्पैशलिस्ट डाक्टर्स की कमी कबूली
डाक्टरों, स्पैशलिस्ट डाक्टरों व सुपर-स्पैशलिस्ट डाक्टर्स की कमी को कबूल करते हुए ब्रह्म मोहिंद्रा ने कहा कि पिछले काफी समय से इस कमी को दूर करने के प्रयास चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि लुधियाना, जालंधर, पटियाला, अमृतसर व बठिंडा जैसे शहरों में सुपर स्पैशलिस्ट डाक्टरों की कमी को दूर करने के लिए फिलहाल सी.एम.सी., डी.एम.सी., मैक्स जैसे अस्पतालों के डाक्टरों की सहायता ली जा रही है। सेहत मंत्री ने कहा कि अस्पतालों में डाक्टरों की गैर-हाजिरी पर अंकुश लगाने के लिए बॉयोमीट्रिक अटैंडैंस प्रणाली लागू की जा रही है, जिसे 22 जिला अस्पतालों में लागू किया जाएगा। इस पर 20 लाख रुपए के करीब खर्चा किया जा रहा है।
95 फीसदी ड्रग सप्लाई पर लगी रोक
चंडीगढ़: स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने दावा किया कि राज्य में कांग्रेस सरकार बनने के बाद कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा बनाई गई एस.टी.एफ. का असर यह रहा है कि राज्य में नशा तस्करी की सप्लाई चेन 95 फीसदी तक खत्म हो चुकी है और बाकी बचे 5 फीसदी तस्करों को भी जल्द खत्म कर दिया जाएगा। हालांकि ब्रह्म मोहिंद्रा द्वारा बताए गए आंकड़े इस बात से मेल खाते नहीं दिखे। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अप्रैल से अब तक 1,10,797 लोगों ने नशा छुड़ाऊ केंद्रों में खुद को रजिस्टर कराकर इलाज शुरू करवाया है। उन्होंने दावा किया कि यह संख्या 2015-16 से 11 फीसदी अधिक है। सवाल यह खड़ा होता है कि 95 फीसदी नशा खत्म होने के बावजूद नशा छुड़ाऊ केंद्रों में आने वालों की संख्या उस अनुपात में क्यों नहीं बढ़ी।
यह काम भी किए जाएंगे
* यूनिवर्सल हैल्थ इंश्योरैंस स्कीम के तहत राज्य के सभी बाशिंदों को किया जाएगा कवर।
* मुफ्त डायलासिस की सुविधा का और विस्तार किया जाएगा।
* अस्पतालों में मिलने वाली मुफ्त दवाओं की सप्लाई व मॉनीटरिंग के लिए नई तकनीक का सहारा।
* मुख्यमंत्री पंजाब हैपेटाइटिस सी रिलीफ फंड स्कीम की केंद्र सरकार द्वारा प्रशंसा, पंजाब की स्कीम की तर्ज पर अन्य राज्यों में भी लागू करने की तैयारी।
* आयुर्वैदिक प्रणाली को और मजबूत करने के लिए दो नए अस्पताल, आयुर्वैदिक कालेज पटियाला को कॉन्स्टूटैंट कालेज का दर्जा दिया जाएगा। पटियाला स्थित आयुर्वैदिक फार्मेसी को ढांचागत विकास के लिए स्पैशल पैकेज।