Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Nov, 2017 10:27 AM
जे नां दित्ता पूरा रोजगार तां पंजाब दे नौजवानां नूं जाणा पऊ यू.पी.-बिहार, यह संदेश अब पंजाब की सड़कों और बाजारों में गूंजने लगा है क्योंकि पंजाब के नौजवानों के हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि चुनावों के दौरान कांग्रेस...
जालंधर(अमित): जे नां दित्ता पूरा रोजगार तां पंजाब दे नौजवानां नूं जाणा पऊ यू.पी.-बिहार, यह संदेश अब पंजाब की सड़कों और बाजारों में गंूजने लगा है क्योंकि पंजाब के नौजवानों के हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि चुनावों के दौरान कांग्रेस ने नौजवानों के साथ कई वायदे किए थे परन्तु अब मुख्यमंत्री के पास 10 मिनट का समय भी नहीं है ताकि इन नौजवानों की बात सुन सकें। इस वजह से मुलाजिमों ने इस नारे के साथ सड़कों पर संघर्ष शुरू कर दिया है।
मुलाजिम प्रतिनिधियों का कहना है कि कोई समय था जब यू.पी. या बिहार से नौजवान काम करने के लिए गाडिय़ों में भर-भरकर पंजाब आते थे मगर अब सरकार की नीतियों एवं सोच के कारण पंजाब के हालात ये बनते जा रहे हैं कि पंजाब के नौजवानों को पंजाब से बाहर जाकर काम करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इससे ज्यादा बुरी बात पंजाब के लोगों के लिए कोई और नहीं होगी। ठेका मुलाजिम एक्शन कमेटी के प्रधान आशीष जुलाहा, गगनदीप शर्मा, गौरव कौल ने बुधवार को सहायक कमिश्नर (जनरल) डा. बलजिन्द्र सिंह ढिल्लों को सरकार के नाम एक अल्टीमेटम पत्र सौंपा जिसके बाद प्रैस के नाम एक बयान जारी करते हुए कहा कि वोटों के दौरान कांग्रेस की तरफ से मुलाजिमों के साथ कई वायदे किए गए थे। चुनावों के दौरान ही कैप्टन अमरेंद्र सिंह की तरफ से स्मार्ट कनैक्ट स्कीम चलाई गई थी जिसमें स्पैशल ऑफर के तहत 48 घंटों में रजिस्टर करने वाले नौजवानों को कैप्टन अमरेंद्र सिंह के साथ मिलने का मौका दिया जाता था मगर अब नौजवान मुलाजिमों को कैप्टन अमरेंद्र सिंह से मिलने के लिए कड़ाके की सर्दी में सड़कों पर आने हेतु मजबूर होना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री फिर भी मुलाजिमों के साथ मिलने के लिए 10 मिनट का समय नहीं दे पा रहे हैं।
मुलाजिम प्रतिनिधियों ने कहा कि सरकार की सोच है कि पंजाब में हर घर में एक कैप्टन हो, पर सच्चाई तो यह है कि पंजाब के हर घर में एक ठेका मुलाजिम है जो कि नाममात्र सैलरी में काम कर रहा है। पदाधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री दफ्तर में 5 बार मुलाजिमों के साथ वायदा करके एक बार भी मुलाकात नहीं करवाई गई। सरकार बनने पर सुविधा कर्मचारियों को तुरंत बहाल करने का भी ऐलान किया गया था परन्तु अब तक सरकार की तरफ से कुछ भी नहीं किया गया है। सुविधा केन्द्र के मुलाजिम सारे खर्च निकालकर सरकार को मोटी कमाई करके देते थे। अब इसके उलट सेवा केन्द्र की तरफ से ज्यादा फीसें लेकर आम जनता से लूट की जा रही है और सरकार से पैसा भी लिया जा रहा है। इस समूचे दुखांत को दिखाने के लिए ठेका मुलाजिम 28 नवम्बर को मोहाली की तरफ जाएंगे और बड़े-बड़े फ्लैक्स बोर्ड द्वारा सरकार की असलियत से आम जनता को जागरूक करेंगे। इसके साथ ही समूह मुलाजिम विधानसभा की तरफ मार्च करेंगे।