Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Jan, 2018 12:36 PM
चंडीगढ़ से बठिंडा के लिए दो हफ्ते पहले डिस्पैच किए गए 254 पासपोर्ट लुधियाना तो पहुंचे, लेकिन बठिंडा पासपोर्ट दफ्तर तक नहीं पहुंचे। बीच रास्ते से ही पासपोर्ट गायब हो गए।
बठिंडा : चंडीगढ़ से बठिंडा के लिए दो हफ्ते पहले डिस्पैच किए गए 254 पासपोर्ट लुधियाना तो पहुंचे, लेकिन बठिंडा पासपोर्ट दफ्तर तक नहीं पहुंचे। बीच रास्ते से ही पासपोर्ट गायब हो गए। इस डाक में बठिंडा और मानसा के लोगों के पासपोर्ट थे।
चंडीगढ़ से पासपोर्ट ऑफिस से 15 जनवरी को पासपोर्ट डिस्पैच होते ही आवेदकों को रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर उनके पासपोर्ट भेजे जाने की सूचना दे दी गई थी। जब पाच दिन तक पासपोर्ट नहीं पहुंचे तो आवेदकों ने डाकघर व मुख्य डाकघर बठिंडा में पता करना शुरू किया, लेकिन उन्हें पासपोर्ट नहीं पहुंचने की सूचना ही मिलती रही।
सभी पासपोर्ट चंडीगढ़ से सीधे आवेदकों के पते पर ही डिस्पैच किए गए थे। 22 जनवरी को डाकघर के डिविजनल सुपरिंटेंडेंट ने पासपोर्ट डिस्पैच के संबंध में छानबीन शुरू करवाई तो पता चला कि चंडीगढ़ से भेजे गए पासपोर्ट लुधियाना तो पहुंचे लेकिन लुधियाना से आगे गुम हो गए। डाकघर विभाग लुधियाना से डिस्पैच किए पासपोर्ट की डिटले मंगवा कर जांच कर रहा है।
इस संबंध में डिविजनल सुपरिंटेंडेंट गोपाल कृष्ण का कहना है कि उन्होंने कोतवाली थाना में 254 लोगों के पासपोर्ट चोरी होने की शिकायत दी है। पुलिस भी मामले की जांच कर रही है। साथ ही डाक न पहुंचने की शिकायत चंडीगढ़ पासपोर्ट ऑफिस में भी दर्ज करवाई गई है।
बठिंडा के दिनेश जिंदल का कहना है कि पासपोर्ट न मिलने से उनकी विदेश जाने के दस्तावेजों की फाइल तैयार नहीं हो पा रही है। कोई रास्ता भी नहीं बता रहा कि अब क्या किया जाए? पासपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज का कोई दुरुपयोग भी कर सकता है।
मानसा के गाव माहीनंगल के हरप्रीत सिंह का कहना है कि पोस्ट ऑफिस वाले चंडीगढ़ बात करने को कह रहे हैं, जबकि चंडीगढ़ वाले डाकघर में पता करने की बात कर रहे हैं। दोनों ही विभाग अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं।