Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 May, 2017 07:43 AM
बेल और पैरोल पर जेल से छूटने के पश्चात शहर में ताबड़तोड़ वारदातें कर आतंक फैलाने वाले सजायाफ्ता लुटेरों को ए.सी.पी. सैंट्रल सतिन्द्र चड्ढा की टीम ने काबू किया है।
जालंधर(प्रीत,सुधीर): बेल और पैरोल पर जेल से छूटने के पश्चात शहर में ताबड़तोड़ वारदातें कर आतंक फैलाने वाले सजायाफ्ता लुटेरों को ए.सी.पी. सैंट्रल सतिन्द्र चड्ढा की टीम ने काबू किया है। गिरफ्तार लुटेरों से लूट के मोटरसाइकिल, नशीला पाऊडर बरामद हुआ है। 4 लुटेरों की गिरफ्तारी से शहर में पिछले दिनों में हुई करीब 25 वारदातें ट्रेस हुई हैं। ए.सी.पी. सैंट्रल सतिन्द्र चड्ढा ने बताया कि पिछले दिनों में शहर में स्नैचिंग की कई वारदातें हुईं। पुलिस कमिश्नर प्रवीण सिन्हा के निर्देशों पर स्नैचरों को काबू करने के लिए थाना नम्बर 4 के इंस्पैक्टर बलबीर सिंह के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा ट्रैप लगाया गया और विभिन्न स्थानों से 4 लुटेरों को गिरफ्तार किया गया। इंस्पैक्टर बलबीर सिंह के नेतृत्व में एडीशनल एस.एच.ओ. अश्विनी कुमार की टीम ने रैडक्रास भवन के निकट से 2 लुटेरे हनी सहोता पुत्र चमन लाल वासी तेज मोहन नगर तथा उसके साथी रोहित पुत्र जोगिन्द्र पाल वासी करतारनगर को गिरफ्तार किया। दोनों से मौके पर लूट का मोटरसाइकिल तथा 200 ग्राम नशीला पाऊडर बरामद किया गया।
इस बीच ए.एस.आई. अमरजीत सिंह की टीम ने सिक्का चौक के निकट से 2 लुटेरे शिव कुमार उर्फ शैंकी पुत्र त्रिलोक सिंह वासी अवतार नगर तथा तरणजीत सिंह सग्गू पुत्र सुरजीत सिंह वासी वर्कशाप, कपूरथला रोड, पटेल चौक को काबू किया। दोनों आरोपियों से वारदातों में प्रयोग किया गया मोटरसाइकिल तथा 160 ग्राम नशीला पाऊडर बरामद किया गया। उक्त लुटेरों के खिलाफ पहले भी कई केस दर्ज हैं। आरोपी हनी सहोता व शिव कुमार दोनों आपराधिक केस में सजायाफ्ता हैं। हनी सहोता को कुछ समय पहले अदालत से जमानत मिली और शिव कुमार कुछ दिन पहले ही पैरोल पर आया है। जेल से बाहर आने पर उक्त लुटेरा गैंग फिर संगठित हुआ और शहर में एक के बाद एक करीब 25 वारदातों को अंजाम दिया।ए.सी.पी. सतिन्द्र चड्ढा ने बताया कि चारों लुटेरे नशे के आदी हैं। उक्त लोग दिन व रात के समय शहर के पॉश व सुनसान इलाकों में घूमते और मौका पाकर वारदात करते थे। उक्त लोगों ने कई महिलाओं से पर्स भी छीने। लूटपाट में जो भी रकम इकट्ठा होती, आपस में बांट लेते और नशा करते थे।
जेल में भी रहे एक-दूसरे के सम्पर्क में
उक्त चारों लुटेरे पिछले काफी समय से शहर में सक्रिय हैं। उक्त चारों ने समय-समय पर भार्गव कैम्प, अर्बन एस्टेट तथा शहर के अंदरूनी इलाकों में कई वारदातें कीं। ए.सी.पी. चड्ढा ने बताया कि पकड़े जाने के बावजूद उक्त लोग जेल मे होते हुए भी एक-दूसरे के सम्पर्क में रहे।