Edited By Updated: 19 May, 2017 09:30 AM
इसमें कोई शक नहीं कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह राज्य में नशे को जड़ से मिटाने हेतु बेहद गंभीर हैं, जिसको लेकर उन्होंने पुलिस
मुकेरियां (सिक्का): इसमें कोई शक नहीं कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह राज्य में नशे को जड़ से मिटाने हेतु बेहद गंभीर हैं, जिसको लेकर उन्होंने पुलिस प्रशासन को सख्त आदेश दे रखे हैं, वहीं विभिन्न खुफिया एजैंसियों की ड्यूटी भी लगा रखी है लेकिन पंजाब व हिमाचल बार्डर पर गांव मीलवां, चक्क, मानसर, मीरथल आदि क्षेत्र में मुख्यमंत्री के आदेशों को सख्ती से लागू नहीं किया जा रहा जिसकी जीवंत उदाहरण पिछले 2 दिनों में देखने को मिल रही है।
आज सुबह करीब 8 बजे कस्बा मानसर में लखविंद्र पुत्र दर्शन सिंह (22) गांव पुआरा थाना मुकेरियां मृत हालत में पाया गया। घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार इस युवक के समीप एक नशीला पाऊडर, इंजैक्शन आदि पड़े हुए थे। लोगों द्वारा यह माना जा रहा है कि यह मृत्यु भी नशे की ओवरडोज से हुई है। इससे एक दिन पहले मोहटली पुल के नीचे दसूहा क्षेत्र के नवविवाहित युवक की लाश मिली थी जिसके समीप इंजैक्शन, नशीली दवाइयां मिली थीं। इसकी मृत्यु का कारण भी नशे की ओवरडोज बताया गया।
उल्लेखनीय है कि पंजाब-हिमाचल के उक्त बार्डर पर अकाली-भाजपा के शासनकाल के समय धड़ल्ले से नशे की तस्करी होती रही है जिसको लेकर हिमाचल पुलिस ने कई बार पंजाब के युवकों से नशीले पदार्थ बरामद करके कार्रवाई की लेकिन पंजाब पुलिस की सुस्त कार्रवाई के कारण पहले भी समय-समय पर पुलिस की आलोचना होती रही है। लोगों का मानना है कि इन विधानसभा चुनावों में नशा एक मुख्य मुद्दा था जिसके खात्मे हेतु सभी विपक्षी पाॢटयों ने आवाज उठाई थी। इसलिए अगर पुलिस प्रशासन ने इस बार्डर पर नशे की तस्करी को सख्ती से न रोका तो इसकी गाज आला पुलिस अधिकारियों पर गिर सकती है।