Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Dec, 2017 01:26 PM
सैक्टर 32 के आटोमैटिड ड्राइविंग टैस्ट सैंटर पर पिछले कई दिनों से कामकाज प्रभावित होने कारण वीरवार को एस.डी.एम. पूर्वी अमरजीत बैंस ने वहां दबिश दी और मौके से 2 एजैंटों को काबू कर लिया, जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। वहीं सैंटर में उन पक्के...
लुधियाना(सुरिंद्र): सैक्टर 32 के आटोमैटिड ड्राइविंग टैस्ट सैंटर पर पिछले कई दिनों से कामकाज प्रभावित होने कारण वीरवार को एस.डी.एम. पूर्वी अमरजीत बैंस ने वहां दबिश दी और मौके से 2 एजैंटों को काबू कर लिया, जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। वहीं सैंटर में उन पक्के लाइसैंस का कार्य शुरू हो गया है जिनके लॄनग लाइसैंस का कोड पी.बी.-91 था, जबकि पी.बी.-10 वाले लॄनग लाइसैंस का कार्य अभी भी रुका हुआ है। एस.डी.एम. बैंस ने सैंटर पर दबिश दी तो उन्हें कुछ युवक हाथों में काफी फाइलें पकड़े हुए दिखाई दिए। उन्होंने तुरंत अपने सुरक्षा गार्ड भेजकर उन्हें काबू करवाया, साथ ही थाना पुलिस को सूचित किया गया। वहीं काबू किए गए युवकों ने बताया कि यह फार्म उनके जानकारों के हैं जिसके बाद आवेदकों को बुलाया तो उन्होंने भी हामी भरी कि वह मात्र अपने परिचित के माध्यम से लाइसैंस बनवाए आए थे और किसी को कोई फालतू पैसे अदा नहीं किए हैं।एस.डी.एम. बैंस ने स्टाफ से सारे कार्य की जानकारी हासिल की और वहां आए आवेदकों को भी बताया कि तकनीकी समस्या कारण कार्य में देरी हो रही है। बता दें कि बुधवार को तकनीकी समस्या कारण काम बंद होने पर आवेदकों ने गुस्से में आकर सैंटर को बाहर से ताला लगा दिया था, जिसके बाद काफी हंगामा हुआ था। थाना पुलिस ने आवेदकों व स्टाफ के मध्य समझौता करवाया था।
एजैंटों को छुड़ाने में पूर्व पार्षद का हाथ
दूसरी तरफ पकड़े गए एजैंटों को पुलिस कार्रवाई से बचाने में पूर्व पार्षद का नाम सामने आ रहा है। एस.डी.एम. बैंस का कहना है कि वह रूटीन चैकिंग के लिए गए थे तो एजैंट होने के शक में 2 युवकों को काबू किया था और वैरीफाई होने के बाद उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
चाय की रेहड़ी की चैक
सैंटर के बाहर एक चाय की रेहड़ी चलाने वाले युवक की बतौर एजैंट कार्य करने की सूचना पर बैंस ने अपने सुरक्षा गार्ड भेजकर उसकी रेहड़ी की भी जांच करवाई, लेकिन वहां से कोई आपत्तिजनक कागज या फार्म नहीं मिला।