Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Aug, 2017 08:02 AM
पंजाब के मोस्ट वांटेड व बाबा गैंग के सरगना गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह के गैंग के 2 सदस्यों को एस.टी.यू. और सी.आई.ए. की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस को उनके पास से अमृतसर से चोरी की गई स्विफ्ट कार, 315 बोर का रिवाल्वर, 32 बोर का रिवाल्वर व 4 जिंदा...
लुधियाना (ऋषि): पंजाब के मोस्ट वांटेड व बाबा गैंग के सरगना गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह के गैंग के 2 सदस्यों को एस.टी.यू. और सी.आई.ए. की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस को उनके पास से अमृतसर से चोरी की गई स्विफ्ट कार, 315 बोर का रिवाल्वर, 32 बोर का रिवाल्वर व 4 जिंदा कारतूस बरामद हुए है। उपरोक्त जानकारी पुलिस कमिश्नर आर.एन. ढोके, डी.सी.पी. क्राइम गगन अजीत सिंह ने वीरवार को पत्रकार सम्मेलन दौरान दी।
उन्होंने बताया कि पकड़े गए गैंगस्टरों की पहचान हनी कुमार निवासी होशियारपुर और मनदीप कुमार निवासी राहों रोड, मेहरबान के रूप में हुई है। दोनों बाबा गैंग के सदस्य हैं और मोस्ट वांडेट दिलप्रीत के काफी नजदीक है। हनी कुमार ने लगभग 3 वर्ष पहले होशियारपुर में पंजाब पुलिस के ए.एस.आई. के बेटे की रंजिश के चलते हत्या की थी।
इसके बाद वह लुधियाना आकर शराब की तस्करी करने लगा। होशियारपुर पुलिस को हनी की काफी समय से तलाश थी और उसे अदालत ने पी.ओ. करार दिया हुआ है। मनदीप सिंह की डेयरी है, जहां उसने हनी को रहने के लिए जगह दी हुई थी और दोनों एक साथ शराब की तस्करी करने लगे थे। पुलिस आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर गहनता से पूछताछ करेगी।
हनी लेकर आता था अवैध हथियार
पुलिस के अनुसार गैंग के सभी सदस्यों के पास जो अवैध रिवाल्वरें होती थीं उसे हनी ही उत्तर प्रदेश व ग्वालियर से लेकर आता था। मनदीप कुमार से जो रिवाल्वर बरामद हुआ है, वे हनी से 30 हजार रुपए में मंगवाया था।
2 दिन पहले गैंगस्टर सिकंदर गिरफ्तार
सी.आई.ए. की पुलिस ने 2 दिन पहले इसी गैंग के एक सदस्य सिकंदर सिंह निवासी तरनतारण को गिरफ्तार किया था। उसके पास से 315 बोर की रिवाल्वर व 2 जिंदा कारतूस बरामद हुए थे। सिकंदर हनी का दोस्त है व मनदीप के पास ही आकर डेयरी में रहता था।
ए.टी.एम. लूटने का बनाया प्लान
पुलिस के अनुसार बाबा गैंग ने शहर में बड़ी वारदात करनी थी इसलिए उन्होंने ए.टी.एम. बूथ लूटने का प्लान बनाया था। इसी वारदात को अंजाम देने के लिए वे ए.टी.एम. के बाहर खड़े होने वाले सिक्योरिटी गार्ड का असला छीनने की फिराक में थे। इसके चलते सभी 15 जुलाई को राहों रोड पर इकट्ठे हुए थे।