Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Sep, 2017 03:07 PM
देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कत्ल के उपरांत भारत के विभिन्न राज्यों में बेकसूर हजारों सिखों को बेरहमी से मारा गया था।
मोगा (ग्रोवर): देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कत्ल के उपरांत भारत के विभिन्न राज्यों में बेकसूर हजारों सिखों को बेरहमी से मारा गया था। हैरानी की बात है कि 32 वर्ष बीत जाने पर भी पीड़ितों के परिवारों को इंसाफ नहीं मिल सका है और न ही किसी आरोपी को सजा मिली है। वहीं भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में अल्पसंख्यक बिरादरी को इंसाफ न मिलना देश के माथे पर कलंक है। उक्त बात अकाल सहाय सिख इंटरनैशनल जत्थेबंदी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई दर्शन सिंह घोलियां ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि 1984 का मामला विश्व स्तर पर नस्लकुस्सी के मामले के तहत उभरा। यही नहीं, देश-विदेशों की पार्लियामैंटों में मामला गूंजने के उपरांत भी पीड़ितों को इंसाफ तो क्या मिलना था, बल्कि कई पीड़ित तो कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाते हुए दुनिया से ही रुख्सत हो जाते हैं। घोलियां ने कहा कि प्रधानमंत्री को चाहिए कि वह इस मामले में निजी दखल देकर अल्पसंख्यकों को इंसाफ दिलाने के लिए आगे आएं। इस मौके पर अवतार सिंह राजा, लखवीर सिंह रंडियाला, बलकरण सिंह ढिल्लों, शेर सिंह समाध भाई आदि उपस्थित थे।