Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jul, 2017 03:38 AM
बस स्टैंड के निकट चल रहे फर्जी डायग्नोस्टिक सैंटर में पुलिस ने रेड की.....
जालंधर(प्रीत): बस स्टैंड के निकट चल रहे फर्जी डायग्नोस्टिक सैंटर में पुलिस ने रेड की। खुलासा हुआ कि पिछले काफी समय से शिवम डायग्नोस्टिक सैंटर का 12वीं पास झोलाछाप डाक्टर निम्मी चन्द लोगों को विभिन्न टैस्टों के फर्जी सर्टीफिकेट जारी करके मोटी कमाई कर रहा था। पुलिस ने जांच के पश्चात झोलाछाप डाक्टर निम्मी चन्द व उसके असिस्टैंट ललित को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली थी कि बस स्टैंड के निकट ही शिवम डायग्नोस्टिक सैंटर के डाक्टर निम्मी चन्द के पास कोई डिग्री नहीं है। वह फर्जीवाड़े से लोगों को ठग रहा है। सूचना मिलते ही बस स्टैंड चौकी इंचार्ज गगनदीप सिंह सेखों ने पुलिस टीम के साथ शिवम डायग्नोस्टिक सैंटर में छापेमारी की। जांच में डाक्टर निम्मी चन्द अपनी कोई डिग्री पुलिस को नहीं दिखा पाया। डाक्टर निम्मी चन्द 12वीं पास है। वह लोगों को जाली सर्टीफिकेट जारी करके ठग रहा था। चौकी इंचार्ज गगन सेखों ने बताया कि मौके पर निम्मी चन्द पुत्र मदन लाल वासी राजस्थान तथा उसके असिस्टैंट ललित कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। निम्मी चन्द पिछले कुछ साल से जालंधर के माडल टाऊन इलाके में किराए पर रह रहा था और फर्जी शिवम डायग्नोस्टिक सैंटर खोल रखा था।
ट्रैवल एजैंटों से था तालमेल
पुलिस के मुताबिक निम्मी चन्द का बस स्टैंड के आसपास स्थित ट्रैवल एजैंटों के साथ टाईअप था। विदेश जाने के लिए हरेक आवेदक को मैडीकल सर्टीफिकेट की जरूरत होती है। जो भी व्यक्ति मैडीकल में पूरी तरह से फिट नहीं होता तो जाली ट्रैवल एजैंट निम्मी चन्द से सांठ-गांठ करके फिट होने का जाली सर्टीफिकेट बनवा देते थे। इसके एवज में आवेदकों से भारी फीस वसूली जाती थी।
सेहत विभाग की कार्रवाई पर सवालिया निशान!
बस स्टैंड के पास कई साल से फर्जी शिवम डायग्नोस्टिक सैंटर चल रहा था, लेकिन सेहत विभाग को इसकी कानों-कान खबर नहीं हुई कि सैंटर में 12वीं पास व्यक्ति लोगों के हर तरह के टैस्ट कर रहा है। चर्चा तो यहां तक रही कि सेहत विभाग के कुछ अधिकारियों के साथ भी निम्मी चन्द की मिलीभगत है। सरेआम चल रहे फर्जी सैंटर का खुलासा होने से सेहत विभाग के अधिकारी भी सवालों के घेरे में हैं।