Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 03:33 PM
महानगर में वैट रिफंड की 1000 फाइलें पिछले आठ माह से लटकती हुई नजर आ रही हैं। जिसका मुख्य कारण पहले तो विधानसभा चुनाव और उसके बाद जी.एस.टी. लागू होना है। जी.एस.टी. लागू करने के चक्कर में सूबे के टैक्सेशन डिपार्टमैंट ने वैट रिफंड......
जालंधरः महानगर में वैट रिफंड की 1000 फाइलें पिछले आठ माह से लटकती हुई नजर आ रही हैं। जिसका मुख्य कारण विधानसभा चुनाव और उसके बाद जी.एस.टी. का लागू होना है। जी.एस.टी. लागू होने से सूबे के टैक्सेशन डिपार्टमैंट ने वैट रिफंड की एक हजार फाइलें क्लियर नहीं की जिसके चलते इंडस्ट्रियलिस्ट्स को काफी परेशानियों का सामने करना पड़ रहा है। पता चला है कि जिस राशि के साथ वैट रिफंड का कार्य पूरा करना है वह राशि सूबा सरकार के पास अटकी हुई है।
वर्तमान समय में जी.एस.टी.लग जाने से कीमतों में भी वृद्धि हो गई है जिसके तहत इसके लिए अन्य राशि की आवश्यकता है। इस समस्या को हल करने के लिए जी.एस.टी. भवन पंहुचकर एक्सपोर्टर ने सहायक कमीश्नर परमजीत सिंह से वैट रिफंड की फाइलें क्लियर करने की दर्ख्वास्त की है। कमीश्नर ने भरोसा दिलाया है कि वह जल्द ही रिफंड की राशि के भुगतान की सारी फाइलें क्लियर कर देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कहा कि यह रिफंड पिछले आठ माह से रुका हुआ है।