Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jun, 2017 03:43 PM
अकाली दल का दावा रहा है कि विकास कार्यों के चलते ही लोगों ने उसे दूसरी बार सरकार बनाने का मौका दिया। लेकिन चुनावों में कांग्रेस व आम
लुधियाना (हितेश): अकाली दल का दावा रहा है कि विकास कार्यों के चलते ही लोगों ने उसे दूसरी बार सरकार बनाने का मौका दिया। लेकिन चुनावों में कांग्रेस व आम आदमी पार्टी ने इस दावे को झुठलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कांग्रेस का दावा था कि उसके राज में शुरू हुए प्रोजैक्ट भी पूरे नहीं हुए। कांग्रेस ने लोगों को सपना दिखाया कि सरकार बनने पर अधर में लटकती योजनाओं को पूरा किया जाएगा जिसमें पानी, सीवरेज, सड़कें, पार्क, स्ट्रीट लाइट की 100 फीसदी सुविधा देने की बात कही गई लेकिन पहले 100 दिन में ऐसा कुछ नजर नहीं आ रहा क्योंकि नई सरकार ने विकास कार्यों के लिए अब तक किसी विभाग को नया फंड जारी नहीं किया है ऊपर से जो फंड अकाली सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले हलका वाइज विकास कार्य करवाने के लिए लोन लेकर भेजे थे, उनके खर्च पर भी रोक लगा दी गई। जिससे करोड़ों के पैंडिंग बिलों का भुगतान न होने के विरोध में ठेकेदार हड़ताल पर हैं।
तनख्वाह देने में ही निकल गया सरकार की एकस्ट्रा मदद का पैसा
सरकार द्वारा चुंगी की वसूली बंद करने के बदले निगमों को वैट की आमदनी में से जो हिस्सा दिया जाता है, उसके तहत हर महीने 5.87 करोड़ की 4 किस्तें दी जाती हैं, लेकिन उस पैसे से पैंशन, बिजली के बिल, लोन की किस्तें ही पूरी नहीं दी जा सकतीं। इस माहौल में सरकार ने विकास कार्य पटरी पर लाने के लिए पहली बार 4 एकस्ट्रा किस्तें जारी कीं। लेकिन वो पैसा फिर से तनख्वाह, बिजली के बिल व लोन की किस्तें देने में ही निकल जाएगा।
-पहली बार मिली 5.87 करोड़ की 4 एक्सट्रा किस्तें
-मुलाजिमों को दी 3.5 करोड़ की तनख्वाह
-फंड की कटौती के जमा करवाए 9 करोड़
-बिजली के बकाया बिल : 4.5 करोड़
-लोन की किस्तें : 5.50 करोड़
लोन की किस्तें बढऩे के बावजूद नहीं शुरू हो पाएंगे विकास कार्य
आगामी निगम चुनावों के मद्देनजर विकास कार्य शुरू व पूरे करवाने को लेकर कांग्रेस नेताओं के बढ़ते दबाव का हल निकालने के लिए प्रशासन ने पिछले दिनों 25 करोड़ का लोन रिलीज करवाया है, जिससे ठेकेदारों के पिछले साल दिसम्बर तक के पैंडिंग पड़े बिलों की पेमैंट कर दी गई। अब उनसे वार्ड वाइज विकास कार्य मुकम्मल करने की बात कही जा रही है, जबकि ठेकेदारों ने साफ कर दिया है कि उनका करीब 100 करोड़ हलका वाइज कामों के बिलों में फंसा हुआ है। इसी तरह पुराने बिलों की 30 फीसदी सिक्योरिटी निगम के पास पड़ी है। इसी तरह वार्ड वाइज कामों के लिए भी ठेकेदारों द्वारा मार्च तक के बिलों की पेमैंट करने की मांग की जा रही है, जिससे नए-पुराने विकास कार्य फिलहाल शुरू होते नजर नहीं आ रहे, जबकि लोन की किस्त पहले से बढ़ जाएगी।
-पहले हुडको से लिए लोन की सरकार काट रही किस्त : 6 करोड तिमाही
-निगम द्वारा लिए हुडको लोन की किस्त : 2 करोड़ महीना
-केनरा बैंक के 30 करोड़ के पुराने लोन की किस्त : 1.20 करोड़
-अब नए सिरे से रिलीज करवाया 25 करोड़ का लोन
-ठेकेदारों को रिलीज हुए दिसम्बर से पैंडिंग वार्ड वाइज कामों के पैसे
-हलका वाइज कामों की पेमैंट न मिलने तक जारी रहेगी हड़ताल