Edited By Updated: 21 Jan, 2017 08:57 AM
नोटबंदी से सभी कारोबार प्रभावित हुए लेकिन दिसम्बर का महीना पर्यटन के लिहाज से बढिय़ा साबित हुआ और होटलों की चांदी रही, क्योंकि इस माह में भारत मेंं 10 लाख विदेशी पर्यटक पहुंचे।
जालंधर (पुनीत): नोटबंदी से सभी कारोबार प्रभावित हुए लेकिन दिसम्बर का महीना पर्यटन के लिहाज से बढिय़ा साबित हुआ और होटलों की चांदी रही, क्योंकि इस माह में भारत मेंं 10 लाख विदेशी पर्यटक पहुंचे। आंकड़ों से पता चलता है कि दिसम्बर माह में सालाना आधार पर भारत आने वालों में 13.7 प्रतिशत की रिकॉर्ड बढ़ौतरी हुई। उद्योग से जुड़े कुछ लोग इसे नोटबंदी से जोड़ रहे हैं।
उनका मानना है कि इसकी वजह से भारतीय मूल के कुछ हजार विदेशी लोग भारत आए हो सकते हैं। दिसम्बर में 10.3 लाख विदेशी पर्यटक भारत आए जो 2016 के पहले 11 महीनों के 7.1 लाख पर्यटकों की औसत से ज्यादा हैं। नवम्बर में 8.9 लाख विदेशी पर्यटक आए थे। दिसम्बर 2014 और 2015 में विदेशी पर्यटकों की आवक क्रमश: 8.8 लाख और 9.1 लाख थी।
दिल्ली पर्यटकों की पहली पसंद
राजधानी दिल्ली देश भर में पर्यटकों की पहली पसंद बनी हुई है, अमरीकी ट्रैवल वैबसाइट ट्रिप एडवाइर की शीर्ष 25 पर्यटक स्थल 2016 की सूची में दिल्ली को पहले स्थान पर रखा गया है जबकि दुनिया भर के वर्ग में लंदन को सबसे पसंदीदा स्थान बताया गया है। देश के शीर्ष 5 में जयपुर दूसरे और गोवा तीसरे जबकि इसके बाद मुम्बई और उदयपुर का स्थान है। दिल्ली में ढेरों ऐतिहासिक स्थलों के बीच गुरुद्वारा बंगला साहिब को सबसे ज्यादा पसंद किया गया है जबकि अक्षरधाम मंदिर, हुमायूं का मकबरा, कुतुबमीनार, लोधी गार्डन, राष्ट्रपति भवन, राजपथ, इंडिया गेट, गुरुद्वारा शीशगंज साहिब, लोटस टैम्पल शामिल हैं।
एन.आर.आइज के पास होगी 15 हजार करोड़ की पुरानी मुद्रा
बर्ड ग्रुप के कार्यकारी निदेशक अंकुर भाटिया का कहना है कि दिसम्बर में विदेशियों के आने में बढ़ौतरी आश्चर्यजनक है। भाटिया ने कहा कि तमाम पी.आई.ओज तो अब दूसरे देशों के नागरिक और पासपोर्ट धारक बन गए हैं। संभव है कि वे नोटबंदी वाली मुद्रा को जमा करने भारत आए हों। अमरीका, ब्रिटेन और कनाडा में भारतीय मूल के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं। माह की शुरूआत में अंग्रेजी अखबार में दी गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्लोबल आर्गेनाइजेशन ऑफ पीपुल ऑफ इंडियन ओरिजन (जी.ओ.पी.आई.ओ.) ने कहा है कि पी.आई.ओज और एन.आर.आइज के पास अनुमानित रूप से 15,000 करोड़ रुपए पुरानी मुद्रा (1,000 और 500 रुपए की) रही होगी।
वीजा नियमों में आसानी हो सकती है तेजी की वजह
रेडिसन और पार्क प्लाजा जैसे ब्रांडों के तहत भारत में 82 होटल चलाने वाली अंतर्राष्ट्रीय होटल कम्पनी कार्लसन रेजिडोर के कार्यकारी अधिकारी (दक्षिण एशिया) राज राणा ने कहा कि विदेशी पर्यटकों की आवक के हिसाब से दिसम्बर बेहतरीन महीना होता है। रुपए के कमजोर होने और वीजा के नियम आसान किए जाने की वजह से यह तेजी हो सकती है। राणा ने कहा कि यह तेजी जनवरी के पहले पखवाड़े में भी जारी रह सकती है।
अमरीका से सबसे ज्यादा 1.90 लाख लोग आए
दिसम्बर में अमरीका से सबसे ज्यादा 1,90,000 लोग भारत आए जो कुल आने वालों का 18.33 प्रतिशत है। दिसम्बर 2015 में अमरीका से आने वालों की संख्या 1,70,000 थी। इसी तरह से दिसम्बर 2016 में ब्रिटेन से 1,21,400 लोग भारत आए जबकि पिछले साल के समान महीने में 1,05,900 लोग आए थे। कनाडा से आने वालों की संख्या दिसम्बर 2015 के 38,600 से बढ़कर 42,800 हो गई। आने वालों के आंकड़े में विदेश में रह रहे भारतीय नागरिकों के आंकड़े शामिल नहीं किए गए हैं।