Edited By Updated: 06 Dec, 2016 01:23 PM
एक बार फिर नशे ने 2 युवाओं की जान ले ली। इनमें से एक विदेश जाने की चाहच पूरी न होने के कारण नशे की दलदल में फंसा था। वहीं दूसरे ने फेसबुक पर अपना दुख व्यक्त करते लिखा है कि ..अलविदा दोस्तो, मैं हुण कदी आउणा नहीं।
कपूरथला : एक बार फिर नशे ने 2 युवाओं की जान ले ली। इनमें से एक विदेश जाने की चाहच पूरी न होने के कारण नशे की दलदल में फंसा था। वहीं दूसरे ने फेसबुक पर अपना दुख व्यक्त करते लिखा है कि ..अलविदा दोस्तो, मैं हुण कदी आउणा नहीं। अमरदीप (22) पुत्र स्व. जागीर सिंह के चाचा कश्मीर सिंह ने बताया कि दीप के माता-पिता की बचपन में ही मौत हो गई थी। वह 3 बहनों का इकलौता भाई था, जिसे उसने खुद पाला था। वह कुछ समय पहले विदेश के लिए घर से गया था, लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ी। इसके बाद वह घर लौट आया।
लगभग डेढ़ साल पहले उसे नशे की लत लगी थी। जब तक उन्हें इस बारे में पता चला तो तब तक काफी देर हो चुकी थी। उन्होंने उसकी नशा छुड़ाने की बहुत कोशिश की। वह भी नशा छोड़ना चाहता था, लेकिन चिंट्टे की उसे इतनी लत लग चुकी थी कि वह उससे बाहर नहीं निकल पाया। अंत में नशे ने उसकी जिंदगी खत्म कर दी। मरने से पहले फेसबुक पर दीप ने एक पोस्ट की, जिसमें उसने लिखा है कि अलविदा दोस्तो। मैं हमेशा के लिए आपको छोड़कर बड़ी दूर जा रहा हां, यहां से कभी कोई वापस नहीं आया। मैंने भटक कर एक ऐसी मंजिल का रास्ता चुन लिया जो श्मशान भूमि तक ही जाता था। मैं जाण गया हां कि नौजवान पुत्त के चले जाने पर मां-बाप कैसे अपाहिज हो जाते हैं।वहीं इसी गांव के महिंदर सिंह (32) पुत्र केहर सिंह की सोमवार को अर्थी उठी। वह भी नशे का आदी था। नशे ने ही उसकी जिंदगी खत्म कर दी।