Edited By Updated: 29 Jul, 2016 03:34 PM
अमरीका के ऑरलैंडो में एक होटल में नस्लीय भेदभाव का शिकार हुए संगीतकार नीलमजीत ढिल्लों ने अमरीका के लोगों को खुला चैलेंज दिया है।
ह्यूस्टनः अमरीका के ऑरलैंडो में एक होटल में नस्लीय भेदभाव का शिकार हुए संगीतकार नीलमजीत ढिल्लों ने अमरीका के लोगों को खुला चैलेंज दिया है। एक निजी समाचार पत्र को दी गई इंटरव्यू के दौरान नीलमजीत ने कहा कि जिन लोगों ने उसे संदिग्ध समझ कर पुलिस बुलार्इ थी, उन्हें अन्य धर्मों के बारे में जानने और खुद को शिक्षित करन की जरूरत है, जिसके साथ हमारा देश महान बने। नीलमजीत का यह चैलेंज उन सभी लोगों को है, जो सिखों को उनके दिखावे के कारण मुसलमान समझ लेते हैं और 'आतंकवादी' होने का टैग लगा देते हैं। नीलमजीत ने इन लोगों को खुला चैलेंज दिया है 'मेरे बारे जानो'।
उल्लेखनीय है ओरलैंडो के एक होटल में लंच कर रहे नीलमजीत को उस समय नस्लीय भेदभाव का शिकार होना पड़ा जब वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने उसके बांसुरी बैग को संदिग्ध समझ लिया और उसे आतंकवादी बता कर पुलिस बुला ली। पुलिस ने नीलमजीत की जांच की और बाद में उनसे माफी भी मांगी। ढिल्लों ने कहा कि चाहे ऐसा पहली बार हुआ है कि उस पर पुलिस बुलार्इ गई हो लेकिन उसे संदिग्ध नजरों से देखे जाने की यह कोई पहली घटना नहीं थी।
हैरानी की बात है कि इस घटना के कुछ दिनों बाद ही नीलमजीत ने वाइट हाऊस में परफॉरमैंस दी। कनाडा के वैनकूवर में पैदा हुए नीलमजीत ने कहा कि नस्लीय भेदभाव की दिल तोड़ने वाली इस घटना के बाद वाइट हाऊस में पेशकारी देना, उसके लिए एक बड़ा चैलेंज था लेकिन इस घटना ने उसे और बढ़िया पेशकारी देने के लिए उत्साहित किया। नीलमजीत ने कहा कि अमरीका में हुए 9/11 के आतंकवादी हमले के बाद दाढ़ी और पगड़ी कारण सिखों को मुसलमान समझ लिया जाता है। वह अक्सर गलत पहचान के शिकार होते हैं। नीलमजीत जो कि 15 साल की उम्र से संगीत के साथ जुड़ा हुआ है, अमरीका, कनाडा, ब्राजील आदि देशों में संगीत के द्वारा प्यार बांट चुका है।