Edited By Updated: 16 Dec, 2016 11:08 AM
पंजाब की हाई प्रोफाइल सीट मजीठा से अकाली दल के दिग्गज कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ कांग्रेस ने सुखजिन्द्र राज सिंह लाली मजीठिया को चुनाव मैदान में उतारा है। ‘आप’ ने इस सीट पर हिम्मत सिंह शेरगिल को चुनाव मैदान में उतारा हुआ है।
जालंधर (धवन): पंजाब की हाई प्रोफाइल सीट मजीठा से अकाली दल के दिग्गज कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ कांग्रेस ने सुखजिन्द्र राज सिंह लाली मजीठिया को चुनाव मैदान में उतारा है। ‘आप’ ने इस सीट पर हिम्मत सिंह शेरगिल को चुनाव मैदान में उतारा हुआ है। उल्लेखनीय है कि मजीठा में अब 3 शेरगिल परिवारों के बीच मुकाबला होगा। मजीठिया भी शेरगिल हैं, हिम्मत सिंह भी शेरगिल हैं तो कांग्रेस उम्मीदवार सुखजिन्द्र राज लाली भी शेरगिल हैं।
25 वर्षीय नौजवान अंगद सैनी को भी मिली टिकट, अभी विवाह भी नहीं हुआ
कांग्रेस की पहली सूची में पार्टी ने 25 वर्षीय नौजवान कांग्रेस नेता अंगद सैनी को भी टिकट दी है। वह मौजूदा विधायक गुरइकबाल कौर बबली के पुत्र हैं। वह नवांशहर विधानसभा हलके से चुनाव लड़ेंगे। पिछले कुछ समय से लगातार अंगद कांग्रेस की गतिविधियों में भाग ले रहे थे। अंगद का तो अभी विवाह भी नहीं हुआ है इसलिए कांग्रेस की ओर से वह सबसे कम आयु के उम्मीदवार हैं जिन्हें टिकट मिली है।
मनप्रीत भटिंडा शहरी से टिकट लेने में कामयाब
पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल भटिंडा शहरी (92), विधायक व पूर्व सांसद राणा गुरजीत सिंह कपूरथला (27), विधायक केवल सिंह ढिल्लों बरनाला (103), पूर्व सांसद विजय इंद्र सिंगला संगरूर विधानसभा हलका (108) से चुनाव लड़ेंगे। मनप्रीत बादल भटिंडा शहरी से टिकट लेने में कामयाब हुए हैं जबकि पहले इस टिकट के लिए पूर्व वित्त मंत्री सुरिन्द्र सिंगला का नाम भी चल रहा था। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पीपुल्स पार्टी के कांग्रेस में विलय के समय मनप्रीत को भटिंडा से सीट देने का वायदा किया था। यह भी पता चला है कि सुरिन्द्र सिंगला पिछले दिनों बाथरूम में गिर पड़े थे जिस कारण उन्होंने अपनी दावेदारी वापस ले ली थी।
अमरेन्द्र चौथी बार पटियाला से आजमाएंगे भाग्य
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री व पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह 3 बार पटियाला शहरी हलके का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। सबसे पहले वह 2002 में पटियाला शहरी से कांग्रेस की सीट पर निर्वाचित हुए थे। 2002 से 2007 तक वह विधायक रहे। 2007 में कांग्रेस सत्ता में आने से वंचित हो गई थी परन्तु कैप्टन पटियाला शहरी से विधायक चुने गए थे। उसके बाद अकाली सरकार ने सितम्बर, 2008 में कैप्टन की विधानसभा सदस्यता को रद्द कर दिया था परन्तु सुप्रीम कोर्ट ने 2010 में विधानसभा की विशेष कमेटी द्वारा उनकी विधानसभा सदस्यता को रद्द करने के फैसले को अवैध करार दे दिया था। 2012 के विधानसभा चुनावों में भी कैप्टन पटियाला शहरी से विधायक निर्वाचित हुए परन्तु 2014 में कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के कहने पर उन्होंने अमृतसर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा व भाजपा के दिग्गज नेता अरुण जेतली को पराजित किया। इससे पटियाला शहरी विधानसभा सीट रिक्त हो गई जिसके बाद पटियाला शहरी सीट के हुए उपचुनाव में कैप्टन की पत्नी परनीत कौर कांग्रेस की टिकट पर निर्वाचित हुईं। अब कैप्टन चौथी बार पटियाला से अपना भाग्य आजमा रहे हैं।
जिला जालंधर की 9 सीटों में से केवल एक उम्मीदवार घोषित
कांग्रेस द्वारा आज घोषित किए गए उम्मीदवारों में से जिला जालंधर की 9 सीटों में से केवल एक उम्मीदवार की घोषणा की गई है जो कि जालंधर केन्द्रीय विधानसभा सीट (35) से राजिन्द्र बेरी हैं।