Edited By Updated: 29 Dec, 2016 11:54 AM
हलका लहरागागा में लोग कब से स्टेडियम बनाने की मांग कर रहे थे जिसका निर्माण अब शुरू किया गया।
हलका लहरागागा में लोग कब से स्टेडियम बनाने की मांग कर रहे थे जिसका निर्माण अब शुरू किया गया। वहीं लोगों की मांग है कि हलके को जिला बनाया जाए। लोगों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा विधायक बीबी राजिन्दर कौर भट्ठल का शहर होने के बावजूद हमारी मंडी सुविधाओं से वंचित है व 2007 में प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने लहरागागा को सब डिविजन का दर्जा दिलाया।
लोगों की प्रतिक्रिया
चुनाव में जीतने वाले उम्मीदवार बड़े-बड़े वायदे करने की जगह आम जनता को सिर्फ बुनियादी सुविधाएं जरूर मुहैया करवाएं जैसे शिक्षा, बढ़िया डॉक्टरी सुविधा आदि
-संजय सिंगला, चेयरमैन अकैडमिक हाइट्स स्कूल
पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा विधायक बीबी राजिन्दर कौर भट्ठल का शहर होने के बावजूद हमारी मंडी सुविधाओं से वंचित है व 2007 में प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने लहरागागा को सब डिविजन का दर्जा दिलाया और हमें ऐसे महसूस होने लग गया था हमारा शहर अब हर सुविधा से लैस होगा परन्तु कोर्ट काप्लेक्स न होने के कारण, डी.एस.पी. की नियुक्ति न होने के कारण, स्कूलों-कालेजों में अध्यापकों की कमी, अस्पताल में डाक्टरों की कमी के अलावा अनेकों सुविधाओं से वंचित होने के कारण अपने आप को बैकवर्ड महसूस कर रहे है।
-जस पेंटर, समाज सेवक
हलके में बुनियादी सुविधाएं शिक्षा और सेहत दोनों की कमी है, स्कूलों में मास्टर और अस्पतालों में डॉक्टर पूरे नहीं। विशेष तौर पर लेडीज डॉक्टरों की बड़ी कमी है। नागरिकों की सेहत को कायम रखने के लिए कोई हैल्थ पार्क नही। विकास की रफ्तार बहुत धीमी है।
-कांता गोयल, रिटायर नेशनल अवार्डी अध्यापिका
करीब दो वर्ष पहले सेहत मंत्री द्वारा लहरागागा के अस्पताल को सब डिविजन स्तरीय करने का वायदा किया गया था परन्तु वास्तविक रूप में वायदा पूरा नहीं हुआ इसी तरह करीब 10 वर्ष पहले लहरागागा के बस स्टैंड का आधुनिकीकरण करने का नींव पत्थर रखा गया था जोकि अभी अधूरा है। शिक्षा पक्ष से भी हलके का बुरा हाल है हलके के किसी भी सरकारी स्कूल में 11वीं व 12वीं का मैडीकल व नान-मैडीकल की कोई पढ़ाई नहीं होती। विकास शब्द को सियासतदानों ने मजाक का पात्र बनाकर रख दिया है।
-रणजीत लहरा, नेता लोक चेतना मंच