Edited By Updated: 27 Dec, 2016 03:07 PM
रामपुरा फूल विधान सभा हलका राजनीतिज्ञों की लड़ाई का गढ़ माना गया जहां अक्सर कांग्रेस व अकाली दल आमने-सामने रहते है।
रामपुरा फूल विधानसभा हलका राजनीतिज्ञों की लड़ाई का गढ़ माना गया जहां अक्सर कांग्रेस व अकाली दल आमने-सामने रहते है। इस क्षेत्र में सिख वोटरों की गिनती सबसे अधिक है जिसका मुख्य कारण 40 गांव इस हलके में आते है। इस हलके के अधीन सलाबतपुरा में डेरा सच्चा सौदा का एक बड़ा डेरा है जो विवादों में रहा। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के पूर्वजों की जन्म स्थली मेहराज भी प्रदेश में अलग पहचान बनाए हुए है। फूल हलका जिसके विधायक व पंजाब में कैबिनेट मंत्री सिकंदर सिंह मलूका हैं हमेशा चर्चा में रहा। नशे का कारोबार, गैंगस्टर व नक्सलाइट के लिए भी प्रसिद्ध है।
मुख्य मुद्दा
* रामपुरा फूल की मुख्य मार्ग पर 10 वर्ष से लटका ओवरब्रिज
* नशे व भ्रष्टाचार का खात्मा।
* इंडस्ट्री का न होना।
विधानसभा हलका फूल मादक प्रदार्थों की विक्री के लिए मशहूर हैं इसके बड़े मामले सामने आए। नक्सलाईट का गढ़ भी माना गया। मारपीट के कई मामले फूल थाने में दर्ज है। गैंगस्टरों की लड़ाई में कई मौतें भी हो चुकी है। असले के लाइसैंस इस क्षेत्र में सबसे अधिक बनाए गए। रोजगार के पर्याप्त साधन नहीं क्योंकि इंडस्ट्री की कमी हमेशा खलकती रही जिस ओर किसी भी राजनीति का ध्यान नहीं गया।