Edited By Updated: 23 Aug, 2016 03:45 PM
नैशनल हैंडबॉल प्लेयर पूजा चौहान की आत्महत्या मामले में नया मोड़ सामने आया है।
पटियालाः नैशनल हैंडबॉल प्लेयर पूजा चौहान की आत्महत्या मामले में नया मोड़ सामने आया है। दरअसल, खालसा कॉलेज के प्रिंसीपल डाॅ. धरमिंदर सिंह उभा का कहना है कि कोच गिल के कारण पूजा ने खुदकुशी नहीं की बल्कि हॉस्टल और कॉलेज में एडमिशन न मिलने के कारण वह डिप्रैस थी।
बताया जा रहा है कि सुसाइड नोट में कोच प्रो. गुरशरन गिल पर लगे आरोपों के बारे पूछने पर डाॅ. धरमिंदर सिंह ने चुप्पी साध ली। साथ ही उन्होंने कहा कि जांच कमेटी ही सच्चाई पता लगाएगी। आरोपी कोच गिल के मामले में एस.जी.पी.सी. की 5 मैंबरी कमेटी को सोमवार को ही पत्र मिले हैं, जो मंगलवार को कॉलेज पहुंचेगी।
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क्या है मामला
पटियाला की एक नैशनल खिलाड़ी पूजा ने अपने कोच से तंग आकर शनिवार को खुदकुशी कर ली थी। खुदकुशी से पहले खिलाड़ी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम सुसाइड नोट भी लिखा, जिसमें उसने अपने कोच की तरफ से दिए गए धोखे को बयान कर इंसाफ की मांग की। सुसाइड नोट में लिखा है, 'श्री मोदी जी, मेरा परिवार एक गरीब परिवार है जहां कमाने वाला एक और खाने वाले पांच हैं। क्या, भगवान ऐसे लोगों की कभी मदद नहीं करता? मैंने पहले भी आपको पत्र लिखे लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने आप तक पत्र पहुंचने ही नहीं दिए। मैं जाते हुए किसी का बुरा नहीं चाहती लेकिन 'गिल सर' के कारण कई लड़कियां इस बार पढ़ाई नहीं कर पाईं।'
चार पन्नों के सुसाइड नोट में पूजा ने अपनी सारी आप बीती बताई है। दरअसल, पूजा के कोच ने उनके परिवार को पूजा का दाख़िला करवाने का झांसा दिया था। पैसे लेने के बावजूद भी पूजा का दाख़िला नहीं किया और उसकी जगह नई लड़कियों का दाख़िल करवा दिया। पूजा को कॉलेज और होस्टल से भी बाहर निकाल दिया जबकि पूजा की खेल देखकर ही पिछले साल कोच खुद पूजा को कॉलेज लेकर आया था। पूजा के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है।