Edited By Updated: 02 May, 2016 02:55 PM
कहते हैं दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो कोई काम मुश्किल नहीं होता। कुछ ऐसा ही कर दिखाया इस महिला ने, जिसकी मेहनत और
पटियालाः कहते हैं दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो कोई काम मुश्किल नहीं होता। कुछ ऐसा ही कर दिखाया इस महिला ने, जिसकी मेहनत और लगन से आज कर्इ बच्चे पंजाबी भाषा सीख रहे हैं। जी हां, इस हिंदी की लैक्चरर ने बच्चों को पढ़ाने के लिए पूरी लगन से पंजाबी सीखी, जो अब राजस्थान के जयपुर के गुरु नानक माडल स्कूल में छात्रों को पंजाबी पढ़ा रही है।
जानकारी के अनुसार हरियाणा से ताल्लुक रखने वाली डा. मंजीत सर्व भारतीय पंजाबी कान्फ्रैंस में भाग लेने पहुंची। पति के सहयोग से मंजीत ने एम.ए. हिंदी. एमफिल हिंदी और पी.एच.डी. हिंदी की डिग्रियां हासिल कि और राजस्थान के एक स्कूल में लैक्चरर लगी।पंजाब के विकास के लिए काम कर रही मंजीत कौर ने कहा कि नॉन पंजाबी स्टेट में छात्रों को पंजाबी पढ़ने का बहुत क्रेज है, इसके चलते मैंने खुद पंजाबी सीख कर बच्चों को पढ़ाना शुरू किया।
वहीं राजस्थान में वैसे भी पंजाबी के टीचर्स नहीं हैं तो स्कूल में पंजाबी पढ़ार्इ नहीं जाती। मंजीत ने प्रिंसीपल से बात करके खुद पंजाबी पढ़ाने का फैसला लिया और खुद को इस काबिल बनाया कि वो पंजाबी पढ़ा सके और इसी मेहनत और जज्बे से आज वह 70 से ज्यादा स्टूडेंट्स को पंजाबी पढ़ा रही हैँ।