Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Feb, 2018 03:20 PM
हलका बस्सी पठाना का विकास करने के दावे समय-समय की सरकारों द्वारा हमेशा किए गए और बस्सी मोरिंडा मार्ग का सौंदर्यीकरण भी किया गया। इसके लिए इस मार्ग के बीचों-बीच डिवाइडर बनाने के अतिरिक्त रोशनी के लिए बिजली के खम्भे भी खड़े कर दिए गए, पर अफसोस की बात...
बस्सी पठाना(राजकमल): हलका बस्सी पठाना का विकास करने के दावे समय-समय की सरकारों द्वारा हमेशा किए गए और बस्सी मोरिंडा मार्ग का सौंदर्यीकरण भी किया गया। इसके लिए इस मार्ग के बीचों-बीच डिवाइडर बनाने के अतिरिक्त रोशनी के लिए बिजली के खम्भे भी खड़े कर दिए गए, पर अफसोस की बात है कि इस मार्ग का सौंदर्यीकरण तो हुआ लेकिन सड़क हादसों का खतरा बढ़ गया। क्योंकि यह मार्ग इतना चौड़ा नहीं कि इसके बीच डिवाइडर बनाया जाए, हालांकि डिवाइडर की चौड़ाई कम है लेकिन इससे भारी वाहनों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और कई बार सड़क हादसे भी हो चुके हैं।
इसके विपरीत डिवाइडरों के बीच रोशनी के लिए बिजली के खम्भे भी खड़े कर दिए गए लेकिन यह खम्भे बल्बों के बिना अधूरे हैं और अनेक खम्भे बिना बल्बों के ही खड़े दिखाई देते हैं, जिसका वाहन चालकों को कोई लाभ होता दिखाई नहीं दे रहा। कुछ दुकानदारों ने कहा कि अगर सड़क हादसे दौरान ये खम्भे टूट जाते हैं तो नगर कौंसिल द्वारा भारी जुर्माना वसूल किया जाता है लेकिन इन खाली खड़े खम्भों की मुरम्मत व रोशनी का प्रबंध करने की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। इस कारण रात के समय चोरी की घटनाएं भी हो सकती हैं इसलिए इन खम्भों की मुरम्मत करवाकर रोशनी का प्रबंध जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि बेशक यह मार्ग पी.डब्ल्यू.डी. विभाग द्वारा बनाया गया और खम्भे व लाइटें भी लगाई गई, परंतु इसके रख-रखाव की जिम्मेदारी नगर कौंसिल को सौंपी गई, पर नगर कौंसिल द्वारा केवल खानापूर्ति ही की जा रही है।
क्या कहना है एस.डी.ओ. का
जब इस संदर्भ में पी.डब्ल्यू.डी. विभाग के एस.डी.ओ. जगदीश सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा सड़क बनाकर खम्भे व लाइटें लगाकर इसकी जिम्मेदारी नगर कौंसिल को सौंप दी गई थी। अब इसका रख-रखाव करना भी नगर कौंसिल का दायित्व ही बनता है।
क्या कहना है नगर कौंसिल अध्यक्ष का
जब इस संबंध में नगर कौंसिल अध्यक्ष रमेश गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनकी अध्यक्षता से पहले किसके द्वारा जुर्माने वसूल किए गए इसकी जानकारी उनके पास नहीं है। उन्होंने कहा कि रात के समय कौन सा वाहन चालक खम्भों को तोड़ जाता है इसके बारे में कुछ पता नहीं लग पाता। रमेश गुप्ता ने कहा कि नगर कौंसिल के पास अभी न तो बजट है और न ही कोई ऐसी मशीन जिसके द्वारा इन खम्भों की मुरम्मत करवाई जा सके। उन्होंने आश्वासन दिया कि नगर कौंसिल द्वारा जल्द ही इन लाइटों की मुरम्मत करवा दी जाएगी।