Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jan, 2018 10:31 AM
कांग्रेस सरकार को सत्ता में आए लगभग 10 माह का समय हो गया है परन्तु मुख्यमंत्री के अपने जद्दी शहर पटियाला के प्रमुख प्रोजैक्ट अभी तक अपूर्ण ही लटके हुए हैं। हालांकि शहर के विकास को लेकर जुलाई में डिप्टी कमिश्नर की तरफ से शहर को जोनों में बांट कर...
पटियाला(बलजिन्द्र, राणा): कांग्रेस सरकार को सत्ता में आए लगभग 10 माह का समय हो गया है परन्तु मुख्यमंत्री के अपने जद्दी शहर पटियाला के प्रमुख प्रोजैक्ट अभी तक अपूर्ण ही लटके हुए हैं। हालांकि शहर के विकास को लेकर जुलाई में डिप्टी कमिश्नर की तरफ से शहर को जोनों में बांट कर अधिकारियों को विशेष तौर पर तैनात करके एक सर्वेक्षण करवाने के बाद शहर के विकास का एक मास्टर प्लान तैयार किया गया था।
इसके बाद 3 नवम्बर को मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह ने शहर के विकास के लिए 1 हजार करोड़ रुपए का ऐलान किया था परन्तु इसके बावजूद अभी तक कोई प्रोजैक्ट शुरू ही नहीं हो सका। प्रमुख प्रोजैक्टों बारे सरकार और नगर निगम ने चुप्पी साधी हुई है।
डेयरियों को शहर से बाहर निकालने का प्रोजैक्ट
डेयरियों को शहर से बाहर निकालने के प्रोजैक्ट का उद्घाटन वर्ष 2002 से 2007 तक रही कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह की तरफ से ही अबलोवाल में किया गया था। इसके बाद 2 बार अकाली-भाजपा सरकार सत्ता में रही और अब फिर से कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है परन्तु डेयरी प्रोजैक्ट अभी भी उसी तरह हवा में लटका है, जिसे लेकर कई बार मीटिंगें भी हो चुकी हैं। डेयरी वालों को कई बार प्लाट काट कर देने का ऐलान हो चुका है परन्तु अभी तक यह प्रोजैक्ट सिरे नहीं चढ़ सका। शहर में 700 के लगभग डेयरियों और शहर के सीवरेज जाम होने का सबसे प्रमुख कारण भी शहर में स्थित डेयरियां ही हैं।
कनाल बेस्ड ट्रीटमैंट प्लांट प्रोजैक्ट की भी अभी नहीं हुई शुरूआत
शहर वासियों को पीने के पानी की आ रही कमी को देखते हुए कनाल बेस्ड ट्रीटमैंट प्लांट के लिए 3 नवम्बर को मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह की तरफ से 782 करोड़ रुपए का ऐलान किया गया। 2 माह से ज्यादा समय बीतने के बावजूद इस प्रोजैक्ट बारे अभी कोई काम शुरू नहीं हुआ है। इससे पहले भी पिछली कांग्रेस सरकार, फिर अकाली-भाजपा सरकार की तरफ से कई बार कनाल बेस्ड ट्रीटमैंट प्लांट बारे बयान दिए गए, मीटिंगें हुईं, फाइलें मुख्यमंत्री दफ्तर तक पहुंचीं परन्तु सब ठंडे बस्तों में चली गईं। कै. अमरेंद्र सिंह के मुख्यमंत्री बनते ही इस तरह लग रहा था कि यह प्रोजैक्ट इस बार सिरे चढ़ जाएगा परन्तु ऐलान के बाद जिस तरह फाइलों को फिर से अलमारियों में रख दिया गया, उसके साथ जल्द शहर को कोई प्रोजैक्ट मिलता नजर नहीं आ रहा।
सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट प्रोजैक्ट
साल 2002 में माननीय सुप्रीम कोर्ट की तरफ से समूचे शहरों को सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट प्रोजैक्ट लगाने की हिदायतें दी गई थीं, उसके बाद लगातार दर्जनों बार पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की तरफ से नगर निगम को हिदायतें जारी की गईं परन्तु सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट प्रोजैक्ट 16 साल बीतने के बाद भी नहीं लग सका।
इसको लेकर कई बार जगह फाइनल हुई और कई बार बदली गई परन्तु प्रोजैक्ट वहां का वहां ही है। हालांकि अब सफाई मुहिम के सर्वेक्षण को लेकर नगर निगम की तरफ से जोर-शोर के साथ प्रचार किया जा रहा है परन्तु उसमें सॉलिड वेस्ट के जो अंक मिलने हैं उनके बारे में किसी का ध्यान नहीं है। पिछले समय दौरान जब सर्वेक्षण हुआ तो देश के 468 शहरों में से पटियाला शहर का भी नंबर था। इस बार फिर से निगम की तरफ से शहर की रैंकिंग को और बेहतर करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया जा रहा है परन्तु सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट प्रोजैक्ट बारे कोई नहीं सोच रहा।
आधुनिक बस स्टैंड के लिए भी अभी तक नहीं हुआ जगह का चुनाव
पटियाला शहर के लिए आधुनिक बस स्टैंड बनाने का ऐलान पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने किया और मथुरा कालोनी के पास इस प्रोजैक्ट का नींव पत्थर भी रखा गया परन्तु कानूनी विवाद के कारण वहां बस स्टैंड नहीं बन सका। उसके बाद अनेक बार ऐलानों के बावजूद शहर को अभी तक नया बस स्टैंड नहीं मिला। हालांकि पी.आर.टी.सी. की तरफ से अब दावा किया जा रहा है कि अर्बन एस्टेट से पहले नए बस स्टैंड के लिए जगह लगभग फाइनल हो चुकी है परन्तु जब तक काम शुरू नहीं होता और बस स्टैंड बन कर पूरा नहीं होता, तब तक इस प्रोजैक्ट को भी अपूर्ण ही माना जा रहा है।
एक भी प्रोजैक्ट अधूरा नहीं रहने दिया जाएगा : के.के. मल्होत्रा
सीनियर कांग्रेसी नेता और नगर निगम के काऊंसलर के.के. मल्होत्रा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जो भी ऐलान किए हैं, वे समूचे प्रोजैक्ट पूरे किए जाएंगे। अभी फिलहाल तैयारी हुई है। आने वाले दिनों में जैसे ही नगर निगम का मेयर बनेगा, उसके बाद मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह के पूर्व विदेश राज्यमंत्री श्रीमती परनीत कौर की तरफ से कोई काम अधूरा नहीं छोड़ा जाएगा।