Edited By Updated: 28 Jul, 2016 03:41 PM
पंजाबियत महा-गठबंधन बनाने संबंधी अपनी पार्टी का ऐलान करने के बाद स. जगमीत सिंह बराड़ एक्शन में आ गए हैं।
जालंधर /पटियाला : पंजाबियत महा-गठबंधन बनाने संबंधी अपनी पार्टी का ऐलान करने के बाद स. जगमीत सिंह बराड़ एक्शन में आ गए हैं। बराड़ ने अाज सुरेश गोगिया के साथ प्रैस कांफ्रैंस को संबोधित किया। गोगीया पटियाला के होम ग्राऊंड में कैप्टन के खासमखासों में जाने जाते हैं।
इस अवसर पर बराड़ ने कहा कि वह सुरेश गोगीया द्वारा पैसे व पार्टी में पद के ऑफर को ठुकराते हुए लिए गए सख्त फैसले का स्वागत करते हैं, जिन्होंने लोगों की सेवा करने का फैसला लिया है। वह सभी साफ छवि वाले और वचनबद्ध पंजाब के बेटों को आगे आने और बादलों व कैप्टन के फिक्स मैच सिस्टम से पंजाब को बचाने की अपील करते हैं।
सुरेश गोगीया ने कहा कि उन्होंने बादल व कैप्टन के मध्य खेला गया फिक्स मैच देखा है, जब पटियाला उप चुनाव हुए थे। उन्होंने देखा कि कैसे कैप्टन ने मजीठिया को बचाया और बादल कभी भी कैप्टन के केसों के बारे में नहीं बोले लेकिन बराड़ के आह्वान के बाद उन्हें एक साफ सुथरा मंच मिल गया, जिसके जरिए पंजाब को कैप्टन व उसके परिवार के भ्रष्ट साए से बचाया जा सकता है।
गोगीया ने कहा कि कैसे एक कांग्रेसी वर्कर अकालियों के खिलाफ बोल सकता है, जब आपके अपने नेता ही सैंकड़ों करोड़ों रुपयों के घोटालों के आरोपी हों? जब अकाली कांग्रेसी वर्करों के खिलाफ झूठे केस दर्ज करते हैं, तो हम कैप्टन तक पहुंच नहीं पाते, क्योंकि वह पैसे व राजशाही की ऊंची दीवारों से घिरे हुए हैं।
जब यह पूछे जाने पर बराड़ और किसके संपर्क में हैं, क्या वह बैंस भाइयों, नवजोत सिद्ध, प्रगट सिंह व बुलारिया जैसे नेताओं के साथ गठबंधन के लिए आगे बढ़े हैं, पर उन्होंने कहा कि वे उन्हें पहले ही शामिल होने और इस गठबंधन का नेतृत्व करने का निमंत्रण दे चुके हैं और आगामी दिनों में वह उनके साथ बैठक करेंगे।
इस अवसर पर लोकहित अभियान के जिला को-आर्डीनेटर संत सिंह घग्गा भी मौजूद रहे। बराड़ ने कहा कि हाल ही में फाजिल्का में दलितों पर हुआ हमला यू.पी, बिहार व अन्य राज्यों में दलितों पर हुए हमले के समान है। उन्होंने आरोप लगाया कि सुखबीर बादल राज्य पुलिस के कुछ हिस्से को अपनी प्राइवेट गुंडा फोज के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि वह अपने सियासी विरोधियों व आम नागरिकों को धमका सकें और जलालाबाद में ये हमले इसका सबूत हैं।