Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Feb, 2018 09:36 AM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जी.एस.टी. के मुद्दे पर एक बार फिर प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री के दरबार में जाने का फैसला किया गया है। एस.जी.पी.सी. प्रधान गोङ्क्षबद सिंह लौंगोवाल ने गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब पटियाला में एस.जी.पी.सी. कार्यकारिणी की...
पटियाला(जोसन): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जी.एस.टी. के मुद्दे पर एक बार फिर प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री के दरबार में जाने का फैसला किया गया है। एस.जी.पी.सी. प्रधान गोङ्क्षबद सिंह लौंगोवाल ने गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब पटियाला में एस.जी.पी.सी. कार्यकारिणी की बैठक के बाद कहा कि केंद्र सरकार का श्री दरबार साहिब अमृतसर पर जी.एस.टी. लगाने का फैसला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। जिक्रयोग्य है कि एस.जी.पी.सी. ने हाल ही में 2 करोड़ रुपए जी.एस.टी. भरी है जिसका चारों ओर से तीखा विरोध हुआ है।
एस.जी.पी.सी. प्रधान लौंगोवाल ने कहा कि हम केंद्र सरकार से मांग करेंगे कि श्री दरबार साहिब को तुरंत जी.एस.टी. से छूट दी जाए। पंजाब और अन्य राज्यों में धर्म प्रचार की लहर को और तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी श्री गुरु नानक देव जी के 550 वर्षीय प्रकाश पर्व समागमों समय सोने और चांदी के यादगारी सिक्के तैयार करेगी।
उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी के समूचे रिकार्ड का कम्प्यूटरीकरण किए जाने का फैसला किया गया। एस.जी.पी.सी. में हुई जाली भर्ती के लिए किसी भी एक प्रधान को टारगेट नहीं किया जा रहा है बल्कि हम तो पिछले लंबे समय से हुई ऐसी भर्ती बारे जांच कर रहे हैं और जल्द ही यह रिपोर्ट सब के सामने होगी। एस.जी.पी.सी. और इसके शिक्षा संस्थाओं में भर्ती के लिए नियम और सख्त बनाए जा रहे हैं जिससे किसी भी तरह की कोई भी गड़बड़ी कोई भी न कर सके। उन्होंने कहा कि हम सब कुछ पारदर्शी ही करेंगे और जो कोई गलतियां पहले हुई हैं उनको सुधारने का यत्न होगा।