Edited By Updated: 29 Jul, 2016 01:01 PM
स्टेट ट्रांसपोर्ट विभाग के नाभा रोड स्थित आटोमेटिड ड्राइविंग टैस्ट ट्रैक पर बाहरी व्यक्तियों का ‘साम्राज्य’ लगातार बढ़ता जा रहा है।
पटियाला(राजेश, इंद्रप्रीत) : स्टेट ट्रांसपोर्ट विभाग के नाभा रोड स्थित आटोमेटिड ड्राइविंग टैस्ट ट्रैक पर बाहरी व्यक्तियों का ‘साम्राज्य’ लगातार बढ़ता जा रहा है।
ट्रैक पर बाहरी व्यक्तियों की मौजूदगी होने के कारण आम पब्लिक को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार लाइसैंस बनाने के लिए लोगों की तरफ से बाहरी व्यक्ति को अतिरिक्त पैसे देने के मामले भी सामने आ रहे हैं क्योंकि उनको पता नहीं होता कि यह बाहरी व्यक्ति है या स्मार्ट चिप कंपनी का मुलाजिम। ड्राइविंग टैस्ट ट्रैक पर डाटा एंट्री आप्रेटर का कोई ड्रैस कोड नहीं है और न ही उन्होंने अपना आई कार्ड गले में डाला होता है। इसका खमियाजा आम पब्लिक को भुगतना पड़ता है।
फीसें काटने वाले रूम में बाहरी व्यक्तियों की घुसपैठ
ड्राइविंग टैस्ट ट्रैक पर टैंपरेरी बिल्डिंग के रूम में फीसें काटी जाती हैं। इस रूम में भी बाहरी व्यक्तियों की घुसपैठ बढ़ रही है, जिसके चलते कम्प्यूटर आप्रेटरों को काम करने में जहां देरी होती है, वहीं आम पब्लिक को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यदि इस रूम में बाहरी व्यक्तियों की एंट्री पर सख्त पाबंदी लग जाए तो लाइनों में फीसें कटवाने के लिए खड़ी पब्लिक का काम जल्दी होगा।