Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Feb, 2018 11:11 AM
पंजाबी यूनिवर्सिटी में जूडो खिलाडियों और रस्साकशी के सहायक कोच के बीच हुई झड़प के बाद खेल विभाग अथॉरिटी ने पंजाब इंस्टीच्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (पी.आई.एस.) हॉस्टल बंद कर दिया है, क्योंकि दोनों ही कोच पी.आई.एस. के हैं और इस झगड़े के बाद दोनों को आज चंडीगढ़...
पटियाला (प्रतिभा): पंजाबी यूनिवर्सिटी में जूडो खिलाडियों और रस्साकशी के सहायक कोच के बीच हुई झड़प के बाद खेल विभाग अथॉरिटी ने पंजाब इंस्टीच्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (पी.आई.एस.) हॉस्टल बंद कर दिया है, क्योंकि दोनों ही कोच पी.आई.एस. के हैं और इस झगड़े के बाद दोनों को आज चंडीगढ़ पी.आई.एस. अथॉरिटी ने बात करने के लिए बुलाया है। अगले फैसले तक अब हॉस्टल बंद ही रहेगा।
अब यहां न तो जूडो खिलाड़ी रहेंगे, न ही वेटलिङ्क्षफ्टग और न ही रस्साकशी के खिलाडिय़ों को ठहरने दिया जाएगा। हालांकि पंजाबी यूनिवर्सिटी खेल अथॉरिटी का कहना है कि सिर्फ रस्साकशी का कैंप लग रहा है, वेटलिफ्टिंग व जूडो के कंपीटिशन हो चुके हैं, इसलिए हॉस्टल बंद किया गया है।
ऐसे शुरू हुआ झगड़ा
जानकारी के मुताबिक बीते सोमवार शाम को जूडो के कुछ खिलाडियों ने रस्साकशी के सहायक कोच के साथ दुव्र्यवहार करने के अलावा हाथापाई की। शाम को रस्साकशी के सहायक कोच साइकलिंग ट्रैक पर सैर कर रहे थे और उसी दौरान जूडो के कुछ खिलाड़ी ट्रैक के बीच खड़े थे। एक बार तो कोच ने उन्हें वहां से हटने को कहा।
पहले तो खिलाड़ी थोड़ा हट गए लेकिन फिर से वहीं खड़े हो गए। इससे खिलाडिय़ों और कोच के बीच बहस शुरू हो गई। बहस आगे बढ़़ती गई और खिलाडियों ने कोच को धक्के मारने शुरू कर दिए। इसे देखकर रस्साकशी व वेटलिङ्क्षफ्टग खिलाड़ी भी वहां पहुंच गए और फिर दोनों ग्रुपों के बीच झगड़ा बढ़ गया। इसके बाद मामले को कैंपस इंचार्ज दलबीर सिंह और सिक्योरिटी इंचार्ज कैप्टन गुरतेज सिंह के पास भेजा गया।
पी.आई.एस. ने बुलाया है दोनों कोचों को
जूडो व रस्साकशी कोच दोनों ही पंजाब इंस्टीच्यूट ऑफ स्पोर्ट्स के कोच हैं। यह झगड़ा कैंपस में हुआ है इसलिए इसे कैंपस इंचार्ज ने निपटाया। उन्होंने जूडो वाले कोच को बुलाकर बात की और साथ ही रस्साकशी कोच को भी समझाया। मामला उस समय हल कर दिया गया लेकिन इसे पी.आई.एस. अथॉरिटी को भी बताया गया। उन्होंने मंगलवार को दोनों कोच को चंडीगढ़ बुलाया।
पी.आई.एस. ही करेगी फैसला : कैंपस इंचार्ज
कैंपस इंचार्ज डा. दलबीर सिंह ने कहा कि दोनों कोच को पी.आई.एस. ने बुलाया है। उनका जो भी फैसला होगा, वह लिखित में आ जाएगा। वैसे तो यह मामला खिलाडियों की आपसी बहस का था, जिसे कैंपस इंचार्ज होने के नाते मौके पर सुलझा लिया था फिर भी कोच पी.आई.एस. के हैं, तो उनके पास जाना भी जरूरी था।